रोजगार को लेकर कांग्रेस नेता पी चिदंबरम द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर दिए गए बयान पर बीजेपी ने पलटवार करते हुए तीखा हमला बोला है. बीजेपी ने कांग्रेस पर गरीब और आकांक्षी भारतीयों का अपमान करने का आरोप लगाया.
भाजपा ने ट्विटर पर कहा, ‘कांग्रेस पार्टी ने गरीब और आकांक्षी भारतीयों का फिर से अपमान किया है. लाखों मेहनती भारतीयों की आजीविका की तुलना भीख मांगने से करके कांग्रेस ने गरीबों का हमेशा की तरह तिरस्कार किया है.’
भाजपा ने मोदी के चाय बेचने की पृष्ठभूमि का उल्लेख करते हुए कहा कि भ्रष्ट और वंशवादियों पर एक ईमानदार और कड़ी मेहनत वाले चायवाले के लिए ऐतिहासिक जनादेश को कांग्रेस अभी तक स्वीकार नहीं कर पाई है.
Congress party insults poor and aspirational Indians. pic.twitter.com/xXp8WMZKZF
— BJP (@BJP4India) January 28, 2018
दरअसल, भाजपा ने कांग्रेस पर यह आरोप उसके नेता पी चिदंबरम के उस बयान को लेकर लगाया जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा था कि यदि पकौड़ा बेचना रोजगार है तो भीख मांगना भी एक रोजगार है.
चिदंबरम ने रविवार को ट्वीट कर कहा था, ‘प्रधानमंत्री ने कहा था कि पकौड़ा बेचना भी एक रोजगार है. उस तर्क से तो भीख मांगना भी रोजगार है. चलिये जीने के लिए भीख मांगने के लिए बाध्य गरीब या विकलांग व्यक्तियों को भी रोजगार वाले व्यक्तियों के तौर गिन लेते हैं. सच्चाई यह है कि भारत ने तीन वर्ष में मामूली आर्थिक वृद्धि की है लेकिन रोजगार के अवसर नहीं बढ़े हैं, सरकार को समझ में नहीं आ रहा कि रोजगार का सृजन कैसे करना है.’
पूर्व वित्त मंत्री चिदंबरम ने कहा कि 2017-2018 में 70 लाख नए रोजगार के दावे की दो विद्वानों ने हवा निकाल दी है. उन्होंने कहा कि ऐसी खबरें है कि भविष्य निधि में योगदान देने वाले सदस्यों की संख्या जुलाई 2017 में 462 लाख से कम होकर सितम्बर 2017 में 438 लाख हो गई. उन्होंने कहा कि नौकरी पर चर्चा के दौरान नौकरी और स्वरोजगार के बीच अंतर रखना महत्वपूर्ण है.