गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने श्रीराम सेना के गोवा में घुसने पर बैन लगा दिया है. बुधवार को देर शाम मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता ने इसकी जानकारी राज्य विधानसभा को दी.
पर्रिकर ने कहा, 'मैंने पुलिस से कहा है कि वह रिपोर्ट तैयार कर कलेक्टर को दें. हमने श्रीराम सेना पर प्रतिबंध लगा दिया है.'
गौरतलब है कि श्रीराम सेना के मुखिया प्रमोद मुतालिक ने अपनी योजना का खुलासा करते हुए कहा था कि सितंबर महीने में गोवा में अपनी शाखा खोलेंगे.
इसके बाद पर्यटन मंत्रालय. महिला संस्थाएं, साहित्यकारों और कलाकारों ने बीजेपी की अगुवाई वाली गोवा सरकार से श्रीराम सेना पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी. लोगों को इस बात का डर था कि मंगलौर के पब और नाइट क्लब में हुए वाकये गोवा में भी दोहराए जा सकते हैं.
विधानसभा में फतोरदा के विधायक विजय सरदेसाई के सवाल के जवाब में पर्रिकर ने कहा कि श्रीराम सेना को बैन कर दिया गया है. क्योंकि मुतालिक ने राज्य में अपनी शाखा खोलने की योजना बनाई थी. उन्होंने कहा कि श्रीराम सेना को बैन करने के लिए लोग चिल्लाते रहे हैं, लेकिन जब हमने प्रतिबंध लगा दिया, तो कोई भी हमारी सराहना नहीं कर रहा.
मुतालिक ने बहुत पहले ही गोवा के नाइट क्लबों और पबों के पश्चिमी कल्चर को कुचलने की बात की थी. पिछले दो सालों से श्रीराम सेना गोवा में अपनी शाखा खोलने की बात दोहराती रही है. जून में ऑल इंडिया हिंदू सम्मेलन में मुतालिक ने आखिरी बार अपनी योजना को दोहराया था.
पिछले कुछ महीनों से श्रीराम सेना लगातार खबरों में थी. हाल ही में कांग्रेस प्रवक्ता दुर्गादास कामत की शिकायत पर पुलिस ने मुतालिक के खिलाफ मामला दर्ज करने से इनकार कर दिया था. पिछले साल राज्य के दौरे पर मुतालिक ने भड़काऊ भाषण दिया था.
इस महीने के शुरुआत में सेना ने तियत्र (कोंकणी ड्रामा) आकंतवादी गोएंत नाका (गोवा को आतंकी नहीं चाहिए) पर प्रतिबंध लगाने की बात की थी. साथ ही इस नाटक के निर्देशक तौसीफ शेख को गिरफ्तार करने की मांग की थी. सेना का आरोप था कि शेख ने तियत्र नाटक में मुतालिक को आतंकी की तरह दर्शाया है.