देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों का एक दिवसीय सम्मेलन यहां 17 अगस्त को आयोजित होगा, जिसमें नक्सली हिंसा, पाकिस्तान के आतंकवादी संगठनों की गतिविधियां, जम्मू कश्मीर तथा पूर्वोत्तर राज्यों के हालात पर प्रमुखता से चर्चा होगी.
प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में होगी बैठक
सम्मेलन की अध्यक्षता प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह करेंगे. संभावना है कि प्रधानमंत्री देश के सुरक्षा हालात पर और कानून व्यवस्था कायम रखने के लिए कदम उठाने के लिहाज से मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा करेंगे. माओवादी हिंसा के बाद बनी परिस्थितियों पर विशेष तौर पर चर्चा करने के लिए सम्मेलन के अगले दिन सात नक्सल प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की भी अलग बैठक होगी. सम्मेलन में तकनीकी और मानवीय खुफिया सूचना संग्रहण, इसकी उचित साझेदारी और जरूरी कार्रवाई, पुलिस बलों के आधुनिकीकरण, हथियार और गोलाबारूद की खरीदी, सुरक्षा बलों को प्रशिक्षण प्रदान करने के साथ.साथ रिक्तियों को भरने आदि की समीक्षा की जाएगी.
पाक से प्रायोजित हो रहा है आतंकवाद
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि नक्सली समस्या प्राथमिक तौर पर आंतरिक और घर में ही पैदा हुई है. दूसरी तरफ आतंकवाद बड़े स्तर पर देश के बाहर और विशेष तौर पर पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित है, जिसने आतंकवाद को राष्ट्रीय नीति के हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया है. सम्मेलन में इन सभी मुद्दों पर विचार किया जाएगा.