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हिसार: बोरवेल में फंसे बच्चे को सेना ने 24 घंटे के बाद निकाला बाहर

पूरे बचाव अभियान के दौरान चिकित्सकों की एक टीम कैमरे के जरिए बच्चे पर नजर बनाए हुई थी. मिट्टी गीली होने की वजह से टनल बनाने में खासी दिक्कतों का सामना भी बचाव दल को करना पड़ा.

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(बचाव अभियान की तस्वीर- आजतक)
(बचाव अभियान की तस्वीर- आजतक)

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भारतीय सेना ने हरियाणा के जिले हिसार के एक बोरवेल में फंसे बच्चे को 24 घंटे के बाद सफलतापूर्वक बाहर निकाल लिया है. 60 फीट गहरे गड्ढे में गिरे बच्चे को बाहर निकालने के लिए सेना के विशेषज्ञ और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के अधिकारियों की एक टीम काफी समय से इस बचाव अभियान में जुटी हुई थी.

बालसमंद गांव के करीब बने एक बोरवेल में एक 18 वर्षीय बच्चा फंस गया था. बच्चे को उसके अभिभावकों को सौंप दिया गया है. सेना के एक अधिकारी ने कहा, 'जब हमें बच्चे के गिरने के बारे में सूचना मिली तो हम मौके पर तत्काल पहुंच गए.

हमारे इंजीनियरों ने बच्चे को बाहर निकालने के लिए सिविल अधिकारियों का पूरा सहयोग किया. कुछ यंत्र हमारे पास थे और फावड़े और जेसीबी की व्यवस्था प्रशासन ने की.'

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इस बचाव अभियान में सेना ने प्रशासनिक अधिकारियों को सलाह दी कि इस काम में एनडीआरएफ के विशेषज्ञों की मदद ली जाए. रात 11 बजे तक गाजिबाद से एनडीआरएफ के कुछ विशेषज्ञ मौके पर पहुंच गए थे.

बोरवेल के साथ लगती जमीन पर एक 60 फीट गहरा गड्ढा खोदा गया था जिसके समानांतर एक पैनल की खुदाई सेना ने चालू कर दी थी जिससे बच्चे को कोई नुकसान न पहुंच सके. सेना, प्रशासन, एनडीआरएफ और स्थानीय लोगों की मदद से बच्चे को सुरक्षित बोरवेल से बाहर निकाल लिया गया है.

पूरे बचाव अभियान के दौरान चिकित्सकों की एक टीम कैमरे के जरिए बच्चे पर नजर बनाए हुई थी. मिट्टी गीली होने की वजह से टनल बनाने में खासी दिक्कतों का सामना भी बचाव दल को करना पड़ा.

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