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चीन ने ईद पर दिया पाकिस्तान को भारतीय सीमा पर एयरबेस का तोहफा

भारत को घेरने की पाकिस्तान और चीन की हर चाल का पर्दाफाश, पाकिस्तान और चीन की भारत के खिलाफ साजिश, आजतक के पास है एक-एक चाल की पूरी खबर

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ज्वॉइन्ट पैट्रोलिंग करते चीन और पाकिस्तान सैनिक
ज्वॉइन्ट पैट्रोलिंग करते चीन और पाकिस्तान सैनिक

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चीन अब पाकिस्तान के रास्ते भारत की घेराबंदी कर रहा है. भारत-पाकिस्तान की सीमा पर चीनी सैनिकों की मौजूदगी बढ़ती जा रही है. इसके लिए चीन भारत से लगती कश्मीर से गुजरात की सीमा पर एयरपोर्ट का जाल बिछा रहा है. चीनी सैनिकों का भारतीय सीमा के पास एयरपोर्ट बनाने की गति इतनी तेज है कि पिछले चार महीने में दो एयरपोर्ट बन चुके हैं और दो एयरपोर्ट बन रहे हैं.

भारत को घेरने की पाक और चीन की तैयारी

- पहला एयरपोर्ट राजस्थान की जैसलमेर के घोटारु सीमा के ठीक सामने 25 किलोमीटर की दूरी पर कदनवाली के खेरपुर में एयरबेस तैयार हो चुका है. यहां पर चीनी सैनिकों की मौजूदगी कुछ महीनों में बढ़ी है. बड़ी बात यह है कि पाकिस्तान ने इस एयरबेस पर मिग-21 के समकक्ष चीन से मिले चेनगुड जे-7 फाईटर विमान, जे.एफ-17 फाईटर विमान, वाई-8 रडार और कई अत्याधुनिक संसाधन उतार दिए हैं.  

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- इसी तरह बाड़मेर के मुनाबाव के सामने थारपारकर में भी चीनी सैनिक एयरपोर्ट बना रहे हैं. इसकी दूरी भी भारतीय सीमा से करीब 25 किलोमीटर है. ये एयरपोर्ट फिलहाल निर्माणाधीन है.  

- चीनी सैनिक केवल राजस्थान सीमा पर हीं नहीं गुजरात से लगती सीमा पर भी एयरपोर्ट तैयार कर रहे हैं. गुजरात के सीमा के सामने 20 किलोमीटर दूर मिठी में एक एयरपोर्ट बन रहा है.

- इसी तरह चीन-पाकिस्तान कॉरिडोर के नाम पर रेल पटरियां बिछाने की योजना है, जिस पर काम चल रहा है.

सुरक्षा एजेंस‍ियों को हैरान कर देने वाला   

सूत्रों के अनुसार दरअसल, पाकिस्तान और चीन के बीच एक फ्लैग मीटिंग हुई, जिसमें यह तय किया गया कि चीन की मदद से बने इस एयरपोर्ट का इस्तेमाल चीन की तेल व गैस निकालने वाली कंपनियां करेंगी. क्योंकि करांची एयरपोर्ट से इन्हें यहां तक पहुंचने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा था. लेकिन जानकारों की मानें तो यह पाकिस्तान और चीन की भारत के ख‍िलाफ कोई रणनीति भी हो सकती है, जिससे भारत को सावधान रहने की जरूरत है.

खूफिया जानकारी के अनुसार जैसलमेर के सामने पाकिस्तान के पीरकमाल और चोलिस्तान में बड़ी संख्या में चीनी सैनिक देखे जा रहे हैं. वर्षों से विरान पड़े इस रेगिस्तान में चीन की दिलचस्पी बढ़ना भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को हैरान करने वाला है.  इसके अलावा ये भी जानकारी आई है कि पाकिस्तान के कराची, जकोकाबाद, क्वेटा, रावलपिंडी, सरगोडा, पेशावर, मेननवाली और रिशालपुर जैसे एयरबेस को चीनी सैनिक अत्याधुनिक बना रहे हैं और वहां पर चीनी सैनिक मौजूद हैं.

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चीनी मदद से बन रहे पक्के बंकर

चीन केवल सामरिक ठिकाने ही नहीं तैनात कर रहा है, बल्कि बीकानेर से लेकर गुजरात की सीमा पर पाकिस्तान को पक्के बंकर बनाने में भी मदद कर रहा है, जिसकी इक्सक्लूसिव तस्वीरें आजतक के पास है. रेत के टीलों में पक्के बंकर का निर्माण भी भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के लिए कान खड़े करने वाला है. अब तक 350 से ज्यादा बंकर चीनी मदद से पाकिस्तान तैयार कर चुका है. इन बंकरों को झाड़ियों के नीचे छुपाकर बनाया जा रहा है. साथ ही ऐसे पत्थरों का इस्तेमाल किया जा रहा है जिससे बंकर साफ-साफ नहीं दिखें.

रक्षामंत्री ने लिया सुरक्षा का जायजा

इस तरह की तैयारियों को देखकर लग रहा है कि पाकिस्तान और चीन कोई नई चाल तो नहीं चल रहे हैं. माना जा रहा है कि इस खुफिया रिपोर्ट के बाद रक्षामंत्री निर्मला सितारमण अबतक तीन बार इन इलाकों का दौरा कर रक्षा तैयारियों का जायजा ले चुकी हैं.

पाकिस्तान चीन की मदद से केवल बंकर ही नहीं, बल्कि इन इलाकों में डिफेंस कैनाल, स्वांप्स और रोड नेटवर्क जैसे इंफ्रास्ट्रक्चर भी बना रहा है. पाकिस्तान के गब्बार और चावलिस्तान सेक्टर में नए बीओपी का निर्माण काफी तेजी से हो रहा है. भारतीय खुफिया एजेंसियों की मानें तो बंकर के लिए जिन पत्थरों का इस्तेमाल किया जा रहा है, वो इन इलाकों में नहीं मिलते हैं. रेगिस्तान में सफेद और पीले पत्थर होते हैं, जो बारिश में घुल जाते हैं और कमजोर हो जाते हैं. ऐसे में चीन ऐसे पत्थरों से बंकर तैयार कर रहा है जो घुल नहीं सकते. इनकी ऊंचाई इतनी रखी गई है कि ये रेत में दब नहीं सकते.  

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