भारत और चीन के बीच सीमा पर तनाव देखा जा रहा है. हालांकि कोर कमांडर की बैठक के बाद चीन अब कई इलाकों से पीछे हटने को राजी हो गया है लेकिन कुछ इलाकों में चीन अभी भी बना रहना चाहता है. चीन पूर्वी लद्दाख में अड़ंगा लगा रहा है और फिंगर 4 और 5 पर बना रहना चाहता है.
कोर कमांडर की बैठक के बाद चीन ने हॉट स्प्रिंग से पीछे हटने के संकेत दिए हैं. हालांकि चीन की आनाकानी भी देखने को मिली है. पूर्वी लद्दाख में चीन अभी भी अड़ंगा लगा रहा है. चीन पैंगोंग और गोगरा से पीछे नहीं हट रहा है. फिंगर 4 और 5 इलाके में चीन टिका रहना चाहता है.
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दरअसल, सैनिकों के पीछे हटने के शुरुआती कदम के बाद स्थित में कुछ ज्यादा बदलाव नहीं आया है. दोनों सैनिक काफी कम फासले पर मौजूद हैं. हालांकि दोनों तरफ से सैनिकों की संख्या जरूर घटी है. सबसे बड़े फ्लैश प्वॉइंट पैंगोंग झील के किनारे से चीन के सैनिक फिंगर 4 से फिंगर 5 तक पीछे हटे हैं.
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हालांकि अभी भी रिज लाइन या छोटे पहाड़ी रास्तों पर चीन की मौजूदगी है. चीन फिंगर 4 और 5 से पूरी तरह से नहीं हटना चाहता है. इसके अलावा गोगरा के उत्तर-पश्चिम में स्थित क्षेत्रों से भी चीनी सैनिक अभी भी पीछे नहीं हटे हैं. गोगरा क्षेत्र अभी भी अस्थिर बना हुआ है.
कई बार हुई बैठकें
बता दें कि गलवान घाटी में पीपी14 पर भारत और चीन के बीच 15 जून को खूनी संघर्ष हुआ था. इस दौरान 20 भारतीय सैनिक शहीद हुए थे. इस घटना के बाद से भारत और चीन के सैनिकों के बीच कई बार बैठकें हुई है. जिसमें तनाव कम करने के लिए टकराव वाले क्षेत्रों से सैनिकों के पीछे हटने पर बातचीत हुई है.