नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' की अगले माह होने वाली चीन यात्रा से पहले चीनी सरकार ने नेपाल को दी जाने वाली आर्थिक मदद में 50 प्रतिशत का इजाफा करने का फैसला किया है. इससे पहले चीन ने नेपाल को 1.4 करोड़ डॉलर की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया था और अब उसने इसे 2.1 डॉलर करने का फैसला किया है.
चीन ने आर्थिक मदद देने का आश्वासन नेपाली विदेश मंत्री उपेंद्र यादव को उनके बीजिंग प्रवास के दौरान दिया. यादव शनिवार को 9 दिन की चीन यात्रा से काठमांडू लौटे. उन्होंने कहा कि चीन ने नेपाल के उस आग्रह पर भी सकारात्मक संकेत दिया है, जिसमें उसने चीनी बाजार में लगभग 500 नेपाली उत्पादों को कर मुक्त करने की बात कही थी. गौरतलब है कि अगले महीने प्रचंड चीन के दौरे पर जाएंगे. यह उनकी दूसरी चीन यात्रा होगी.
नेपाल पनबिजली, कृषि, बुनियादी ढांचे, पर्यटन और प्रौद्योगिकी क्षेत्र में बड़े पैमाने पर चीनी निवेश के प्रयास में है. हालांकि मीडिया में आई रिपोर्ट में कहा गया है कि इस दौरे से संभवत: किसी शांति व मैत्री समझौते पर हस्ताक्षर की उम्मीद नहीं की जा रही है.
दरअसल, नेपाल की गठबंधन सरकार को राष्ट्रीय हित में किसी भी समझौते पर पहुंचने से पहले सत्ताधारी दलों के साथ-साथ मुख्य विपक्षी नेपाली कांग्रेस से सलाह करने की जरूरत पड़ेगी. उधर, यादव और प्रचंड की यात्रा से पहले नेपाल की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी नेपाली कम्यूनिस्ट पाटी-यूनिफाइड मार्क्सवादी लेनिनवादी का एक प्रतिनिधि मंडल चीन का दौरा कर रहा है. इस प्रतिनिधिमंडल में पार्टी प्रमुख झालानाथ खनल और पार्टी के चार वरिष्ठ नेता शामिल हैं.