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एक्सक्लूसिवः चीन ने 17 जुलाई को की कई जगहों पर घुसपैठ, आखिर क्यों?

लद्दाख की दिप्सांग घाटी में 21 दिन तक रही टकराव की स्थिति के तीन महीने बाद एक बार फिर सीमा पर चीन अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. आज तक को मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के अनुसार चीन बार-बार सीमा का उल्लंघन कर भारत को उकसाने में जुटा है.

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भारत-चीम सीमा विवाद
भारत-चीम सीमा विवाद

लद्दाख की दिप्सांग घाटी में 21 दिन तक रही टकराव की स्थिति के तीन महीने बाद एक बार फिर सीमा पर चीन अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. आज तक को मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के अनुसार चीन बार-बार सीमा का उल्लंघन कर भारत को उकसाने में जुटा है.

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आज तक के पास सेना की उस खुफिया रिपोर्ट की कॉपी है जिसमें हाल के घटनाक्रमों का पूरा ब्यौरा दिया गया है. सेना ने ये रिपोर्ट रक्षा मंत्रालय को भेजी है जिसे गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय और प्रधानमंत्री कार्यालय के साथ साझा किया गया है. यह रिपोर्ट 18 जुलाई को भेजी गई थी.

रिपोर्ट के मुख्य अंशः
1. लद्दाख के पूर्वी सेक्टर में 16 और 17 जुलाई को भारतीय सेना और चीनी सेना का आमना-सामना हुआ. चीनी सेना ने चुमार इलाके में तीन बार एलएसी का उल्लंघन किया. करीबन 50 घंटे तक स्थिति तनावपूर्ण बनी रही. इस साल पांचवीं बार ऐसा हुआ है.
2. 17 जुलाई को हिमाचल प्रदेश के बाराहोती डीएमजेड इलाके में चीनी सैनिकों ने घोड़ों के साथ भारतीय सीमा में घुसपैठ की. इस साल यह दूसरी बार हुआ है जबकि पिछले साल तीन बार सीमा का उल्लंघन हुआ था.
3. सिक्किम के फिंगर एरिया में 9 जुलाई को चीनी सैनिक भारतीय सीमा में घुस आए. वे लगभग 5 घंटे तक भारतीय क्षेत्र में ही रहे. वे सॉफ्ट ड्रिंक के केन और सिगरेट की खाली डिब्बियां छोड़ कर गए. इस साल 11वीं बार ऐसा हुआ है जबकि पिछले साल इसकी संख्या सात थी.
4. अरुणाचल प्रदेश के डिच्छू इलाके में 17 जुलाई को पीएलए जवान भारतीय सीमा में घुस आए और तोड़फोड़ की. इस साल यह 31वां मौका है जब चीनी सैनिकों ने इस इलाके में घुसपैठ की है. पिछले साल 46 बार ऐसा हुआ था.
5. अब बड़ा सवाल यह है कि आखिर 17 जुलाई को अलग-अलग जगहों पर घुसपैठ क्यों हुई? इसकी समीक्षा होनी चाहिए.exclusive doc

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इस बीच, आज भारत और चीन के बीच संयुक्त सचिव स्तरीय वार्ता हो रही है. भारतीय सीमा में चीनी घुसपैठ से नाराज भारत इस बैठक में अपना विरोध दर्ज कराएगा.

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