दिल्ली के ताज पैलेस होटल में इंडिया टुडे कॉनक्लेव के दूसरे दिन भारत में अमेरिका, कनाडा, जर्मनी, चीन, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन
और जापान के राजदूतों और उच्चायुक्त शरीक हुए. सभी देशों के उच्चायुक्तों ने एकमत से स्वीकार किया कि दुनिया के नक्शे
पर भारत ने अपनी उपस्थिति मजबूत की है और अहम मुद्दों पर दुनिया भारत की जरूरत महसूस करती है. Conclave 15: गोरेपन को हौव्वा न बनाएं: लिसा हेडन
भारत-अमेरिकी संबंध
भारत में अमेरिका के राजदूत रिचर्ड वर्मा ने पहले सेशन की शुरुआत की और शनिवार की सुबह होने के बावजूद कॉनक्लेव में
इतने लोगों की मौजूदगी पर खुशी जताई. वर्मा ने कहा कि पिछले छह महीने दोनों देशों के रिश्तों के लिए बहुत अहम रहे हैं.
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका का दौरा किया और अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को पहली बार गणतंत्र दिवस
पर भारत का मुख्य अतिथि बनने का मौका मिला. वर्मा ने कहा, 'हम भारत की नई सरकार के साथ काम करके उत्साहित हैं.
ग्रीन एनर्जी और क्लाइमेंट चेंज पर हम एक साथ काम कर रहे हैं. परमाणु साझेदारी पर भी हम बहुत आगे बढ़े हैं. दोनों देशों
की रणनीतिक साझेदारी अब परिपक्व दौर में पहुंच गई है.' उन्होंने उम्मीद जताई कि भारत और अमेरिका एक साथ आगे बढ़ेंगे
तो पूरी दुनिया खुद को सुरक्षित महसूस करेगी.
चीन ने मोदी के नेतृत्व की तारीफ की
भारत में चीन के राजदूत ली यूचेंग ने कहा, 'पिछले कुछ समय में भारत-चीन रिश्तों पर मैंने कई आर्टिकल लिखे और इंटरव्यू
दिए, जिन्हें बढि़या कवरेज मिली. आज मैं विकास के मुद्दे पर बात करूंगा. भारत और चीन दोनों विकासशील देश हैं इसलिए
हम विकास पर फोकस कर रहे हैं. महात्मा गांधी ने 70 साल पहले कहा था कि गरीबी, हिंसा का सबसे बुरा रूप है. गरीबी
अब भी बहुत सारे देशों के लिए समस्या है. भारत और चीन ने महसूस किया कि विकास प्राइमरी और जरूरी काम है. इसलिए
हम रिफॉर्म कर रहे हैं.' भारत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बहुत अच्छी तरक्की है और अर्थव्यवस्था को गति मिली
है.
मोदी की योजनाओं में सीधी साझेदारी चाहता है कनाडा
भारत में कनाडा के उच्चायुक्त नादिर पटेल ने भारत को लोकतंत्र का प्रतीक बताते हुए कहा कि हम भारत के साथ अपना
कारोबार बढ़ाने को लेकर उत्साहित हैं. हम मेक इन इंडिया और स्मार्ट सिटी जैसे प्रोजेक्ट से सीधे जुड़ना चाहते हैं. हमारी साढ़े
तीन फीसदी जनसंख्या भारतीयों की हैं और ये लोग दोनों देशों के बीच अच्छे संबंध बनाने के लिहाज से काफी अहम हैं.
उन्होंने कहा कि हमारा 80 फीसदी कारोबार अमेरिका के साथ होता रहा है, लेकिन अब हम भारत और चीन जैसे उभरतों
बाजारों पर फोकस कर रहे हैं. पटेल ने मोदी सरकार के विजन की भी तारीफ की.
ओलंपिक की मेजबानी करेगा भारत
भारत में जापान के राजदूत ताकेशी यागी ने कहा कि भारत BRICS के उन देशों में शामिल है, जिसने अभी तक ओलंपिक या फुटबॉल वर्ल्ड कप की मेजबानी नहीं की है. अगर दहाई के अंकों में वृद्धि जारी रही तो भारत 2020 में ओलंपिक की मेजबानी कर सकता है.