चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने नई दिल्ली में नई सरकार के साथ पहले उच्चस्तरीय वार्तालाप में भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात की और व्यापार एवं निवेश समेत प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की. वांग चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के विशेष दूत के तौर पर भारत की नयी सरकार के साथ राजनीतिक संपर्क स्थापित करने यहां आये हैं और रविवार तड़के यहां पहुंचे.
उनकी यात्रा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चीन के साथ पूर्व परिचय के कारण द्विपक्षीय संबंधों में मजबूती लाने की उम्मीद के बीच हो रही है. वांग और सुषमा की वार्ता के दौरान उनके शिष्टमंडल भी साथ थे जिनमें विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी शामिल रहे. अपनी दो दिवसीय यात्रा में वांग कल राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री मोदी से भी मुलाकात करेंगे.
वांग भारत के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मुलाकात करेंगे और द्विपक्षीय रिश्तों को आगे बढ़ाने के तरीकों पर गहराई से विचार-विमर्श होगा. चीन का नया नेतृत्व ऐसे समय में भारत के साथ रिश्तों में सुधार चाहता है जब वह पूर्वी चीन सागर में जापान के साथ और दक्षिण चीन सागर में वियतनाम, फिलीपींस तथा अन्य समुद्री पड़ोसी देशों के साथ समुद्री विवाद को लेकर गंभीर चुनौतियों का सामना कर रहा है और जहां एशिया-प्रशांत क्षेत्र में अमेरिकी सेना का बड़ा दबाव बन रहा है.