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चिटफंड घोटाला: आरोपी सुदीप्तो ने TMC पर लगाया ब्लैकमेलिंग का आरोप

पश्चिम बंगाल की चिट फंड कंपनी के मालिक सुदीप्तो ने गिरफ्तारी के बाद सीबीआई को 18 पेज का एक पत्र लिखा है. इस पत्र में बंगाल के टीएमसी नेताओं पर गंभीर आरोप लगाये हैं. सुदीप्तो ने लिखा है कि उन्हे टीएमसी के कई बड़े नेता लगातार ब्लैकमेल कर रहे थे.

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पश्चिम बंगाल की चिट फंड कंपनी के मालिक सुदीप्तो ने गिरफ्तारी के बाद सीबीआई को 18 पेज का एक पत्र लिखा है. इस पत्र में बंगाल के टीएमसी नेताओं पर गंभीर आरोप लगाये हैं. सुदीप्तो ने लिखा है कि उन्हे टीएमसी के कई बड़े नेता लगातार ब्लैकमेल कर रहे थे.

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सुदीप्तो ने टीएमसी नेताओं पर पैसे मांगने का भी आरोप लगाया है. इतना ही नहीं पत्र में ये भी लिखा गया है कि ये नेता दबाव बना कर मुझसे ऐसी जगह पैसे लगवा रहे थे जहां कंपनी को घाटा हो रहा था. इसी वजह से चिट फंड कंपनी दिवालिया हो गई है.

गौरतलब है कि सुदीप्तो पश्चिम बंगाल में श्रद्धा ग्रुप नाम से चिट फंड कंपनी चलाते थे. इसी कंपनी के पैसे से उन्होने कई मीडिया हाउस भी खोल रखा था. इधर कुछ दिनो से उनकी चिट फंड कंपनी लोगों के पैसे नहीं लौटा पा रही थी. जिसके बाद हंगामा हुआ. केस दर्ज हुआ और सुदीप्तो की गिरफ्तारी हो गई. इसी के बाद अब सुदीप्तो ने सीबीआई को चिट्टठी लिख कर हंगामा खड़ा करने की कोशिश की है.

गौरतलब है कि तृणमूल कांग्रेस सरकार पर शारदा ग्रुप से नजदीकी रखने का आरोप लग रहा है. तृणमूल कांग्रेस के एक राज्यसभा सदस्य कम्पनी में पहले मीडिया इकाई के प्रमुख थे. कुछ अन्य नेताओं की भी कम्पनी से नजदीकी रखने की बात कही जा रही है.

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वैसे चिट फंड घोटाले की जांच के लिए पश्चिम बंगाल सरकार ने एक उच्चस्तरीय समिति गठित की है. उद्योग मंत्री पार्था चटर्जी के मुताबिक समिति मुख्यत: शारदा ग्रुप और उसके जैसी अन्य कम्पनियों की गतिविधियों की जांच करेगी. उन्होंने कहा कि इस बारे में अधिसूचना जल्द जारी किया जाएगा. मंत्री ने अपील की है कि जिन्हें भी समूह या अन्य कम्पनियों के विरोध में शिकायतें करनी है, वे समिति के पास पहुंचें. समिति में चार और सदस्य होंगे, जिनमें से एक आईपीएस अधिकारी होगा. अन्य सदस्य कम्पनी जगत और नागरिक संगठन होंगे, जबकि एक अर्थशास्त्री होगा.

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