चित्रकूट में डकैतों के साथ मैराथन मुठभेड़ 47 घंटे बाद भी जारी है. आज से मुठभेड़ की कमान यूपी पुलिस के एडीजी बृजलाल ने संभाल ली है. इस मुठभेड़ में आईजी और डीआईजी के घायल होने की भी खबर है.
डकैतों पर काबू पाने में विफल पुलिस
एक तरफ़ डकैत घनश्याम केवट और उसके चंद साथी, दूसरी तरफ़ उत्तर प्रदेश पुलिस की भारी-भरकम फौज और पीएसी की 3 कंपनियां. लेकिन घनश्याम केवट और उसके साथियों पर क़ाबू नहीं पाया जा सका है. उलटे डाकुओं की गोली से अब तक 4 सुरक्षाकर्मी शहीद हो चुके हैं और 7 घायल हैं. पूरी रात दोनों तरफ़ से रह रह कर गोलियां चलती रहीं.
डकैतों के पास भी हैं एके 47
आज वहां जेसीबी मशीनें मंगा ली गई हैं. तैयारी है उन मकानों को तोड़ने की जिनमें डाकुओं के छुपे होने का अंदेशा है. माना जा रहा है कि गिरोह के सरगना घनश्याम केवट के साथ 4-5 डाकू हो सकते हैं क्योंकि फ़ायरिंग कई दिशाओं से हो रही है. डकैतों की तरफ़ से राइफल, ऑटोमेटिक बंदूकों और एके 47 से भी गोलियां चलाई जा रही हैं.
ज़्यादातर गांव वालों को उनके घरों से हटा लिया गया है लेकिन कुछ लोग अब भी गांव में फंसे हुए हैं. इस गांव में घनश्याम केवट अपने एक रिश्तेदार के घर आया था. इसलिए माना ये भी जा रहा है कि गांव के कुछ लोग घनश्याम केवट की मदद कर रहे हैं.