भारतीय कप्तान वीरेंद्र सहवाग ने बांग्लादेश की जिस टीम को ‘साधारण’ करार दिया था उसने रविवार को शहादत हुसैन (51 रन पर चार विकेट) और कप्तान साकिब अल हसन (52 रन पर चार विकेट) की धारदार गेंदबाजी की मदद से सचिन तेंदुलकर के नाबाद अर्धशतक के बावजूद पहले क्रिकेट टेस्ट के पहले दिन मेहमान टीम के बल्लेबाजों को संघर्ष के लिए मजबूर कर दिया.
सुबह के सत्र में अच्छी शुरुआत करने वाले भारत ने लंच और चाय के बीच अपने चोटी के छह बल्लेबाज गंवा दिये जिससे तेंदुलकर के नाबाद 76 और सहवाग की 52 रन की पारी के बावजूद टीम पहले दिन आठ विकेट पर 213 रन ही बना पायी. तेंदुलकर अपने 55वें अर्धशतक के दौरान टेस्ट क्रिकेट में 13 हजार रन पूरे करने वाले पहले बल्लेबाज भी बने. स्टंप उखड़ने के समय इशांत शर्मा दूसरे छोर पर एक रन बनाकर खेल रहे थे.
महेंद्र सिंह धोनी के चोटिल होने के कारण कप्तान की भूमिका निभा रहे सहवाग ने इससे पहले 20 विकेट चटकाने की बांग्लादेश की क्षमता पर सवाल उठाये थे. सहवाग और गौतम गंभीर (23) ने पहले विकेट के लिए 15 ओवर में 79 रन जोड़कर टीम को बेहतरीन शुरुआत दिलाई लेकिन लंच के बाद मेहमान टीम के बल्लेबाजों ने खराब शॉट खेलकर बांग्लादेश के गेंदबाजों को विकेट तोहफे में दिये. खराब रोशनी के कारण मैच की शुरुआत 90 मिनट देर से होने से लंच और चाय के बीच के सत्र को कुछ लंबा खींचा गया.
खराब रोशनी के कारण पहले दिन का खेल समाप्त घोषित किये जाने तक 16 रन के स्कोर पर साकिब की गेंद पर जीवनदान पाने वाले तेंदुलकर ने 140 गेंद का सामना करते हुए छह चौकों और एक छक्के की मदद से नाबाद 76 रन बनाये. दुनिया की नंबर एक टीम बनने के बाद अपना पहला मैच खेल रहे भारतीय बल्लेबाज हालांकि इस हालत के लिए खुद जिम्मेदार रहे क्योंकि राहुल द्रविड़ (04) को छोड़कर सभी शीर्ष बल्लेबाज खराब शॉट खेलकर पवेलियन लौटे. टीम ने लंच और चाय के बीच 32 ओवर में सिर्फ 94 रन जोड़कर छह विकेट गंवा दिये. तेंदुलकर ने एक छोर संभाले रखा लेकिन उन्हें दूसरे छोर पर किसी का साथ नहीं मिला. भारत ने अंतिम सत्र के 18 ओवर में 53 रन जोड़कर दो विकेट गंवाये.
भारत को अब अगर नंबर एक टेस्ट टीम के अपने दर्जे को बरकरार रखना है और जीत दर्ज करनी है तो उसे सोमवार को आईसीसी रैंकिंग में नौवें पायदान पर मौजूद टीम के खिलाफ सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा.
इससे पहले टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते उतरे भारत ने शुरुआती सत्र में बिना विकेट खोए 63 रन बनाकर बेहतरीन शुरुआत की लेकिन लंच के बाद बाजी पलट गई. मेहमान टीम को पांच ओवर के भीतर तीन करारे झटके लगे जब कार्यवाहक कप्तान सहवाग (52 गेंद में 51 रन), गौतम गंभीर (23) और द्रविड़ (04) जल्दी-जल्दी पवेलियन लौट गये. सहवाग ने लंच के बाद शहादत की पहली गेंद को चार रन के लिए भेजा और इसके बाद इसी ओवर में दो और चौके लगाकर उन्होंने 45 गेंद में नौ चौकों की मदद से 73वें मैच में अपना 20वां अर्धशतक पूरा किया.