अरूणाचल प्रदेश के तवांग जिले में मंगलवार को हुई एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में चालक दल के सदस्यों सहित कुल 17 लोगों की मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गए.
पवन हंस के इस हेलीकॉप्टर में उतरने के दौरान इसमें आग लग गई और यह तंग घाटी में जा गिरा. एजेंसी सूत्रों ने बताया कि यह हेलीकॉप्टर गुवाहाटी के लोकोप्रिय गोपीनाथ बारदोलई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरकर तवांग की ओर जा रहा था. इसने 12 बज कर 45 मिनट पर उड़ान भरी थी और इसे तवांग हेलिपैड पर एक बज कर 20 मिनट पर उतरना था लेकिन इसमें 1 एक बज कर 57 मिनट पर आग लग गई और यह दुर्घटनाग्रस्त होकर हेलिपैड के निकट घाटी में गिर गया. इस हेलीकॉप्टर को कैप्टन वरूण गुप्ता और कैप्टन एके तिवारी उड़ा रहे थे.
तवांग के जिला आयुक्त जी. पाडु ने कहा कि इस दुर्घटना में हेलीकॉप्टर पर सवार 17 लोगों की मौत हो गई और चालक दल के दो सदस्यों तथा चार अन्य यात्रियों को गहरी चोटें आई हैं. घायलों को तवांग के अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है. दूसरी तरफ पवन हंस के सूत्रों ने कहा कि दुर्घटना के लिए तकनीकी खराबी संबंधी आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता लेकिन इसका कारण अभी पता लगाया जाना बाकी है.
दुर्घटना में मारे गए लोगों की पहचान अनीता, ए बरूआ, डॉक्टर टंडन, डॉक्टर आसिफ, आर आसिफ, जहारा, आसिफ, मास्टर आसिफ, ए शर्मा, एके सरौगी, एन बोथा, कर्नल शर्मा, डब्ल्यू भाटिया और टी मुस्तफा के रूप में की गई है. इसके अलावा चालक दल के तीन सदस्य कैप्टन तिवारी, विमान परिचालक ए दीक्षित और सहायक रखरखाव इंजीनियर एस बी कुलकर्णी भी इस हादसे का शिकार हुए.
दुर्घटना के बाद अपने शोक संदेश में राज्य के मुख्यमंत्री दोरजी खांडू ने कहा, ‘इस हादसे की खबर सुनकर मैं बहुत दुखी हूं और इसे व्यक्त करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं. अपने परिवारिक सदस्यों, मंत्रिमंडल सहयोगियों और राज्य के लोगों की तरफ से मैं मृतकों के परिवारजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं.’