बिहार विधानमंडल के उच्च सदन में राज्य में सूर्यग्रहण जैसी महत्वपूर्ण खगोलीय घटनाओं के लिए महत्वपूर्ण स्थानों की पहचान कर एक सौर पर्यटन परिपथ विकसित करने की मांग उठी.
विधान परिषद में भाकपा सदस्य केदारनाथ पांडेय के तारांकित प्रश्न के पूरक प्रश्न करते हुए भाजपा के हरेंद्र पांडेय ने कहा कि पटना के तारेगना और औरंगाबाद जिले में देव में सूर्यग्रहण का नजारा देखने के लिए कई बार विशेषज्ञों का जमावड़ा लग चुका है. ये स्थान खगोलीय गणितीय गणना के हिसाब से स्थापित हैं. बिहार सरकार को सौर घटनाओं से संबंधित स्थानों की पहचान कर सौर पर्यटन परिपथ (सोलर पर्यटन सर्किट) रूप में विकसित करना चाहिए.
पर्यटन मंत्री सुनील कुमार पिंटू ने कहा कि सरकार फिल्हाल राज्य में बौद्ध, सिख, शक्ति, सूफी, रामायण, गांधी सर्किट और इको पर्यटन के क्षेत्रों की पहचान कर रही है. पर्यटन विभाग धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व के स्थानों को चरणबद्ध ढंग से विकसित करने को प्रतिबद्ध है.