अमेरिकी बैंकिंग कंपनी सिटी समूह को पोलरिस सॉफ्टवेयर लैब लिमिटेड में अपनी हिस्सेदारी के लिए खरीदार मिल पाना मुश्किल हो गया है. दरअसल, हिस्सेदारी बेचने के लिए जरूरी मतदान के अधिकार में लगे एक अवरोधक के कारण समूह के सामने यह समस्या खड़ी हुई है.
पोलरिस के अधिकारियों ने बताया कि यद्यपि इस प्रमुख बैंकिग सॉफ्टवेयर कंपनी में सिटी की 43 प्रतिशत हिस्सेदारी है, लेकिन इसके मतदान के अधिकार 29 प्रतिशत ही रह गए हैं. पोलरिस के चेयरमैन व प्रबंध निदेशक अरुण जैन ने बताया, 'मतदान अधिकारों पर अवरोधक एक स्थायी करार है. आगे मेरे पास इनकार का भी अधिकार है.'