केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को जोरदार हंगामे के बीच नागरिकता संशोधन बिल को पेश किया. नागरिकता संशोधन बिल के जरिए मोदी सरकार बड़ा बदलाव करने जा रही है, जिसका विपक्ष विरोध कर रहा है. सोमवार को जब सदन में अमित शाह ने बिल को पेश किया, तब कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी के द्वारा विरोध जताया गया. इस दौरान अमित शाह और अधीर रंजन के बीच तीखी बहस हुई.
जैसे ही गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में नागरिकता बिल पेश किया. तब इसपर अधीर रंजन चौधरी ने विरोध जताया जिसपर अमित शाह ने तीखा जवाब दिया. अमित शाह ने अधीर रंजन को जवाब देते हुए कहा कि ये बिल कहीं पर भी इस देश के अल्पसंख्यकों के खिलाफ नहीं है.
Lok Sabha: Congress MP Adhir Ranjan Chowdhury on #CitizenshipAmendmentBill," It nothing but a targeted legislation over minority people of our country". Union Minister Amit Shah says, "This Bill is not even .001% against minorities in the country". pic.twitter.com/vMBwDz5dVk
— ANI (@ANI) December 9, 2019
हालांकि, अधीर रंजन चौधरी ने लगातार इसपर विरोध जताया और बिल को गलत बताया. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इसपर कहा कि बिल को पेश करने पर विरोध नहीं हो सकता है लेकिन बिल के अंदर क्या है उसपर चर्चा हो सकती है.
अमित शाह ने कहा कि जब बिल पर चर्चा होगी, उसमें क्या है उसपर कोई बात सामने आएगी तो वह उसका जवाब देंगे. अमित शाह ने अधीर रंजन चौधरी की ओर इशारा करता हुए कहा कि जब चर्चा होगी , तो मैं एक-एक बात का जवाब दूंगा तब वॉकआउट मत कर जाना.
अधीर रंजन के अलावा टीएमसी के सांसदों ने भी बिल के पेश होने का विरोध किया. लेकिन अमित शाह ने हर किसी को यही कहा कि अभी मेरिट पर चर्चा हो रही है, लेकिन जब मैं विधेयक को पेश करूंगा और अपनी बात कहूंगा, दूसरे सांसदों की बात सुनूंगा. तभी जवाब दूंगा. अधीर रंजन ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार इस बिल को लेकर संविधान के आर्टिकल 14 का उल्लंघन कर रही है.