नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ देश में प्रदर्शन जारी है, अलग-अलग तबके के लोग सड़क पर उतर विरोध जता रहे हैं. इसी विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के कारण जर्मनी के जैकब लिंडेथल को भारत छोड़ने के लिए कहा गया था. अब जैकब वापस लौट गए हैं और उन्होंने बताया है कि उनके साथ क्या हुआ. अपने फेसबुक पोस्ट में जैकब ने लिखा कि जो लोग CAA-NRC के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं, वह उन्हें सलाम करते हैं. बता दें कि जैकब लिंडेथल ITT मद्रास में स्टूडेंट हैं.
भारत से वापस लौटने के बाद जैकब ने जो फेसबुक पोस्ट लिखा है, ‘मैं वापस एम्सर्टडम आ गया हूं जल्द ही अपने परिवार के पास वापस लौटूंगा. मेरा साथ देने के लिए हर किसी का शुक्रिया. इस इवेंट ने मुझे समझाया कि राजनीतिक स्वतंत्रता के लिए लाखों लोगों का समर्थन जरूरी होता है. जो भी लोग CAA-NRC के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं, मैं उन्हें सलाम करना चाहता हूं’.
जैकब ने आगे लिखा, ‘भारत में राजनीतिक तौर पर जो चल रहा है उसके खिलाफ आवाज़ उठाने वालों को भी वह सलाम करते हैं, मुझे उम्मीद है कि अभिव्यक्ति की आज़ादी जारी रहेगा. मैं किसी तरह आपके साथ जुड़े रहने की कोशिश करूंगा.’
आपको बता दें कि नागरिकता संशोधन एक्ट, नेशनल रजिस्टर फॉर सिटीजन के खिलाफ बीते कई दिनों से प्रदर्शन जारी है, इसी दौरान IIT-मद्रास के छात्रों ने भी विरोध प्रदर्शन किया था. 16 दिसंबर को जामिया-AMU के समर्थन में निकाले गए मार्च में जैकब लिंडेथल शामिल हुए थे और पोस्टर लेकर अपना विरोध जताया था.
विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के बाद ही जैकब को भारत छोड़ने के लिए कहा गया था. जैकब जिस पोस्टर को लेकर खड़ा था, उसमें वह भारत सरकार की तुलना हिटलर के शासन से की थी. जैकब IIT मद्रास के भौतिकी विभाग का छात्र है.