नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ विपक्ष मंगलवार को राष्ट्रपति भवन तक मार्च निकालेगा. इसके बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात कर विपक्ष के नेता देश के हालात के बारे में जानकारी देंगे. विपक्ष के इस मार्च में शिवसेना शामिल नहीं होगी. शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि हमें मार्च के बारे में कोई जानकारी नहीं है. हम शामिल नहीं होंगे. महाराष्ट्र में नागरिकता कानून लागू करने के सवाल पर राउत ने कहा कि यह फैसला कैबिनेट बैठक में सीएम उद्धव ठाकरे करेंगे.
Sanjay Raut, Shiv Sena on being asked if #CitizenshipAmendmentAct will be implemented in Maharashtra: Our Chief Minister (Uddhav Thackeray) will decide on that in Cabinet meeting. https://t.co/h2RTiv6wpY
— ANI (@ANI) December 17, 2019
सभी विपक्षी दल के नेता मंगलवार शाम 4:30 बजे राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे. इस दौरान विपक्षी दलों के सभी प्रमुख नेता मौजूद रहेंगे. बता दें कि नागरिकता कानून को लेकर देश के कई हिस्से में हिंसक प्रदर्शन देखे जा रहे हैं. इस दौरान सरकारी और प्राइवेट संपत्तियों को भी काफी नुकसान पहुंचाया जा रहा है. इस कानून के विरोध में नॉर्थ ईस्ट में भी काफी बवाल देखा जा रहा है. देश के कई हिस्सों में लोग सड़कों पर उतरकर इस कानून पर विरोध जता रहे हैं.
क्या कहता है कानून?
नागरिकता संशोधन कानून के संसद के दोनों सदनों से पारित होने के बाद कानून बनने पर गुवाहाटी के साथ-साथ असम के अन्य हिस्सों में हिंसक प्रदर्शन हुए. यह कानून 31 दिसंबर 2014 से पहले पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश के हिंदुओं, सिखों, पारसी, जैन व बौद्ध लोगों को भारतीय नागरिकता प्रदान करेगा. कानून के अनुसार, इन समुदायों को अवैध अप्रवासी नहीं माना जाएगा और इन्हें भारतीय नागरिकता दी जाएगी.