पिछले कई दिनों से नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ असम में जारी प्रदर्शन कम होने लगे हैं. साथ ही राजधानी गुवाहाटी में भी हालात सुधरने लगे हैं. अभी तक अलग-अलग इलाकों से आगजनी की खबरें आ रही थी लेकिन शुक्रवार को हिंसा की घटना ना के बराबर हुई.
बाजारों में उमड़ी भीड़
प्रशासन ने शुक्रवार दोपहर 1 बजे तक कर्फ्यू में ढील दी थी. जिसके चलते बाजारों में भीड़ भी उमड़ी, पेट्रोल पंप पर लंबी लाइनें भी दिखाई पड़ीं. हालांकि बाजार पूरी तरह नहीं खुले लेकिन लोग जरूरत की चीजें खरीदने के लिए सड़कों पर दिखाई पड़े. सड़कों पर चहल-पहल भी काफी दिखाई पड़ी. वहीं सेना ने कई इलाकों में फ्लैग मार्च भी किया लेकिन नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ भी छिटपुट प्रदर्शन दिखा.
नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन
असम स्टूडेंट यूनियन ने गुवाहाटी के चांदी मारी मैदान में एक दिन का उपवास के तौर पर कानून के विरोध में धरना दिया. सैकड़ों की तादाद में छात्र समाजसेवी स्थानीय कलाकारों ने चांदी मारी मैदान में हो रहे विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया. असम की जानी मानी कलाकार सपना रानी ने भी इस कानून के खिलाफ प्रदर्शन में हिस्सा लिया.
सपना रानी ने आजतक से बातचीत में कहा, 'खुद मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल 80 के दशक में बांग्लादेशियों के खिलाफ हो रहे आंदोलन में सड़क पर उतरे थे. आज उन्होंने खुद बांग्लादेश से आने वालों को नागरिकता का समर्थन किया है. ऐसे में यह कानून संविधान के भी खिलाफ है. हम इसके खिलाफ न सिर्फ सुप्रीम कोर्ट जाएंगे बल्कि आंदोलन जारी रखेंगे.'
बता दें असम में फिलहाल मोबाइल इंटरनेट पर बैन है. गुवाहाटी के कई इलाकों में ब्रॉडबैंड सेवाओं पर भी असर पड़ा है. कुल मिलाकर शुक्रवार को स्थिति सामान्य रही.