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अमित शाह बोले- धर्म के आधार पर विभाजन के कारण लाना पड़ा नागरिकता बिल

लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल पर चर्चा के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर निशाना साधा. अमित शाह ने कहा कि अगर कांग्रेस ने देश का विभाजन धर्म के आधार पर नहीं किया होता, तो इस बिल को लाने की नौबत आज नहीं पड़ती.

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लोकसभा में गृहमंत्री अमित शाह (फोटो-LSTV)
लोकसभा में गृहमंत्री अमित शाह (फोटो-LSTV)

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  • कांग्रेस ने धर्म के आधार पर देश बांटा
  • लोकसभा में अमित शाह का जवाब
  • पड़ोसी देशों में मुस्लिमों की धार्मिक प्रताड़ना नहीं

लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल पर चर्चा के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर निशाना साधा. अमित शाह ने कहा कि अगर कांग्रेस ने देश का विभाजन धर्म के आधार पर नहीं किया होता, तो इस बिल को लाने की नौबत आज नहीं पड़ती. लोकसभा में सोमवार को नागरिकता संशोधन बिल पर गरमागरम बहस हुई.

गृह मंत्री ने कहा कि नागरिकता संशोधन बिल की जरूरत इसलिए पड़ी क्योंकि कांग्रेस ने धर्म के आधार पर देश का बंटवारा होने दिया. उन्होंने कहा, "आखिर आज इस बिल की जरूरत क्यों है? आजादी के बाद यदि कांग्रेस धर्म के आधार पर देश का बंटवारा नहीं की होती तो इस बिल की जरूरत ही नहीं पड़ती, कांग्रेस ने धर्म के आधार पर देश को बंटने दिया.अमित शाह ने कहा कि पड़ोसी देशों में मुसलमानों के खिलाफ धार्मिक प्रताड़ना नहीं होती है, इसलिए इस बिल का फायदा उन्हें नहीं मिल सकता है.

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लोकसभा में विपक्ष की आपत्तियों का जबाव देते हुए अमित शाह ने कहा कि नागरिकता संशोधन 2019 में कहीं भी मुस्लिम समुदाय का नाम नहीं लिया गया है. अमित शाह ने कहा, "बिल में कहीं भी मुस्लिम समुदाय का नाम एक बार भी नहीं लिया गया है, आप सदन में तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश नहीं कर सकते हैं.

लोकसभा में सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी में तीखी बहस हुई. सदन में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि ये बिल संविधान के खिलाफ है और आर्टिकल 14 का उल्लंघन करता है. इस आरोप के जवाब में अमित शाह ने कहा कि ये बिल किसी भी तरह से संविधान के अनुच्छेद -14 का उल्लंघन नहीं करता है.

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