सुप्रीम कोर्ट में आज गुरुवार को नागरिकता संशोधन बिल (CAB) को चुनौती देने वाली याचिकाएं दाखिल होंगी. मुस्लिम लीग और जमीयत उलेमा-ए-हिंद की ओर से ये याचिकाएं दाखिल की जाएंगी. मुस्लिम लीग ने तो याचिका भी दायर कर दी है.
इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML) ने अपनी याचिका में कहा है कि विधेयक को असंवैधानिक करार देते हुए सुप्रीम कोर्ट इसे रद्द करे.
वहीं, जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने अपनी याचिका में कहा कि ये विधेयक संविधान के बुनियादी ढांचे के खिलाफ है. लिहाजा सुप्रीम कोर्ट इसे रद्द करे. इन दोनों के अलावा ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF) भी याचिका दाखिल कर सकता है.
इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML) के सांसद पीके कुनहालकुट्टी ने कहा कि हमनें कल बुधवार को संसद से पास नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ केस फाइल किया है. यह हमारे संविधान के मूल सिद्धांतों के खिलाफ है. यह संविधान के मूल भावना के बिल्कुल खिलाफ है और किसी को भी धर्म के आधार पर इसको नष्ट करने नहीं दिया जाएगा.
कपिल सिब्बल रखेंगे लीग का पक्ष
उन्होंने कहा कि संविधान के मौलिक स्तंभों को नष्ट किया जा रहा है. कैसे आप अवैध घुसपैठ को नागरिकता प्रदान कर सकते हैं. हमने अपने वकील के तौर पर कपिल सिब्बल को नियुक्त किया है. हमें अपना समय बर्बाद नहीं किया.
इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के सांसद ने नागरिकता संशोधन बिल के पास होने को काला दिन करार दिया. उन्होंने कहा कि हमने याचिका दायर कर दी है. कोर्ट में बाद में सुनवाई होगी. विरोध नेचुरल है क्योंकि इससे लोग प्रभावित होंगे. दक्षिण और उत्तर के अलावा पूर्वोत्तर में भी लोग नाराज हैं और प्रदर्शन कर रहे हैं.