सिविल सेवा परीक्षा के प्रारूप को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने अपनी मांगों के समर्थन में सरकार से सकारात्मक आश्वासन मिलने के बाद गुरुवार को अपना आमरण अनशन तोड़ दिया.
सरकार की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि सांसद मनोज तिवारी और अन्य नेताओं ने अनशन कर रहे छात्रों को फल का रस पिलाया. इसके बाद औपचारिक तौर पर अनशन खत्म कर दिया गया.
अनशन खत्म करने के बाद छात्रों ने आभार जताया और अपनी मांगों पर ध्यान देने को लेकर केंद्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह का शुक्रिया अदा किया.
सिविल सेवा के प्रदर्शनकारी उम्मीदवारों की मांग है कि ग्रामीण इलाकों के छात्रों के साथ समानता के लिए सिविल सर्विसेज एप्टीट्यूड परीक्षा (सीसैट) को हटाया जाए.