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वंदे मातरम् पर उत्तराखंड में सरकार और कांग्रेस के बीच टकराव

वंदे मातरम् पर उत्तराखंड में जुबानी जंग थमने का नाम नहीं ले रही. कुछ दिन पहले उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने बयान दिया था कि जिसे उत्तराखंड में रहना है, उसे वंदे मातरम् बोलना ही होगा.

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उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष किशोर उपाध्याय
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष किशोर उपाध्याय

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वंदे मातरम् पर उत्तराखंड में जुबानी जंग थमने का नाम नहीं ले रही. कुछ दिन पहले उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने बयान दिया था कि जिसे उत्तराखंड में रहना है, उसे वंदे मातरम् बोलना ही होगा. इसी बयान के जवाब में उत्तराखंड में कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने कहा कि जिस तरह चैलेंज की तरह ये बात कही गई है उसके तहत हमने फैसला किया है कि एक महीने तक हमारे कार्यक्रमों में वंदे मातरम् नहीं बोला जाएगा. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने किशोर उपाध्याय के बयान पर कहा है कि वो उनके बयान को गंभीरता से नहीं लेते. अगर उन्हें वंदे मातरम् से आपत्ति है तो उनके घर परिवार वालों को जरूर उनके बारे में सोचना चाहिए.

वंदे मातरम् पर किशोर उपाध्याय ने कहा, "हमारे सभी कार्यक्रमों की शुरुआत वंदे मातरम् से होती है. लेकिन जिस तरह उन्होंने चैलेंज की तरह कहा है और मुख्यमंत्री ने इसकी ताकीद की है, मेरे विचार से इससे गैर कानूनी काम नहीं हो सकता. मैं उनसे कहता हूं, विनम्रतापूर्वक कहता हूं कि मैं अपने कार्यक्रमों में हम एक महीने तक वंदे मातरम् नहीं गाएंगे. उन्हें जो करना है कर के देखें, हमें उत्तराखंड से बाहर फेंक कर देखें, ये मैं उनसे निवेदन किया है."

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किशोर उपाध्याय के बयान पर जब उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की प्रतिक्रिया जाननी चाही तो उन्होंने कहा, "किशोर उपाध्याय क्या बोलते हैं, ये सारा उत्तराखंड जानता है. मैं उनकी बातों को बहुत गंभीरता से नहीं लेता. ये उनका स्वभाव है कि वो चर्चा में रहने के लिए कुछ बोलते हैं वो. मुझे लगता है कि उनका विषय चर्चा लायक नहीं है. हां, अगर उन्हें वंदे मातरम् पर आपत्ति है तो उनके घर परिवार वालों को जरूर उनके बारे में सोचना चाहिए."

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