क्या हिंदुस्तान में फिर से आने वाला है बड़ा भूकंप. क्या भारत में जलजले से मचने वाली है तबाही. आशंका बड़ी है और खतरनाक है, क्योंकि भूकंप के संवेदनशील इलाकों में हर 100 साल बाद आता है एक विनाशकारी भूकंप और बारी अब शायद उत्तर के पहाड़ी राज्यों की है. इसे लेकर पीएम मनमोहन सिंह भी फ्रिकमंद हैं और जरूरत जताई है इससे मुकाबले की.
आशंका बेहद खतरनाक है औऱ खतरा बड़ा. कुदरत का ये ऐसा कहर है जो अमीर गरीब में फर्क नहीं करता है. चिंता देश के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को भी है. यही वजह है कि दिल्ली में आपदा प्रबंधन के एक कार्यक्रम में मनमोहन सिंह ने भी माना है कि भविष्य में तबाही वाली ऐसी घटनाओं की आशंका आज के मुकाबले कहीं अधिक होगी, क्योंकि जलवायु और धरती के स्वरूप में लगातार बदलाव हो रहा है.
अगर ज़लज़ले का पैमाना बड़ा हो तो बचाव मुश्किल है. प्रधानमंत्री ने भी जोखिम बीमा पर जोर दिया. ये भी माना कि अगर इस तरह के कदमों पर अमल किया गया तो किसी भी कुदरती आपदा के बाद लोगों की तकलीफ कम होगी.
भू वैज्ञानिकों की माने को सिस्मिक गैप थ्योरी के हिसाब से हर 100 साल में सिस्मिक ज़ोन के एक इलाके में बड़ा भूकंप आता है. 1905 में हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में खतरनाक भूकंप आया था. तो क्या अब फिर से बारी ऊत्तर भारत के हिमालय के राज्यों की है.