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आधी रात आसमान में दिखा बड़ा अजूबा

परमाणु बम की ताकत रखनेवाला एस्टेरॉयड डीए 14,  वो एस्टेरॉयड जो फुलबॉल के फील्ड़ को आधा ढक सकता है औऱ लंदन जितने बड़े शहर को तबाह करने की कूबत रखता है, आधीरात के बाद धरती को गुडबाय कह गया. 12 बजकर 20 मिनट के करीब धरती के पास से गुजरा ये एस्टेरॉयड.

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परमाणु बम की ताकत रखनेवाला एस्टेरॉयड डीए 14, वो एस्टेरॉयड जो फुलबॉल के फील्ड़ को आधा ढक सकता है औऱ लंदन जितने बड़े शहर को तबाह करने की कूबत रखता है, आधीरात के बाद धरती को गुडबाय कह गया. 12 बजकर 20 मिनट के करीब धरती के पास से गुजरा ये एस्टेरॉयड.

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देखने में ये बेशक टॉर्च की रोशनी सा लगे, देखने में बेशक ये मामूली जान पड़े लेकिन इस तस्वीर से हकीकत का अंदाजा लगाना सही नहीं होगा. इंडोनेशिया के आसमान में जो ये 2012 डी ए 14 नाम का एस्टेरॉयड रात करीब 12 बजकर 20 मिनट के आसपास दिखा.

उसकी लंबी चौड़ाई इतनी है कि किसी फुटबॉल मैदान को आधा ढक सकता है. नासा के वैज्ञानिकों के मुताबिक इसका आकार 45 मीटर का है और अगर ये धरती से टकराया होता तो लंदन जितने बड़े किसी शहर को पूरी तरह नेश्तनाबूत कर देता.

नासा के वैज्ञानिकों द्वारा कैद की गई तस्वीरों में ये एस्टेरॉयड इतना छोटा इसलिए दिख रहा है क्योंकि ये धरती से करीब 27 हजार 650 किलोमोटर दूर से गुजरा है. तस्वीर में ये काफी धीमी रफ्तार से भी जाता हुआ दिखा लेकिन इसकी असली रफ्तार आप सुनेंगे को दंग रह जाएंगे.

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इस खतरनाक एस्टेरॉयड ने जब धरती को गुडबाय कहा तब इसकी रफ्तार 7.8 किलोमीटर प्रति सेकंड थी. शुक्र मनाईए कि ये धरती को बस एक नजर देखकर चला गया. अगर इसके इरादे खतरनाक होते तो किसी शहर पर गिरकर ये पूरे शहर को श्मशान में तब्दील करने देने की कूबत रखता है. इस एस्टेरॉयड की खोज पिछले साल हुई थी इसिलए इसका नाम 2012 डी ए 14 रखा गया.

आधीरात को आसमान में दिखे इस अजूबे की खासियत का अंदाजा आप इस बात से ही लगाईए कि करीब 400 साल बाद धरती के करीब ऐसी अद्भुत घटना हुई है कि 45 मीटर आकार का एस्टेरॉयड धरती को गुडबाय कह कर चला गया है.

करीब 100 साल पहले रुस के साइबेरिया के जंगल में 2012 डी ए 14 के आकार का ही एक एस्टेरॉयड गिरा था. साइबेरिया के जंगल के करीब 2000 वर्ग किलोमीटर इलाके में एस्टेरॉयड के टकराने के बाद सबकुछ खत्म हो गया.

रुस के यूराल के पहाड़ी इलाके में तेज रोशनी और धमाके के साथ उल्के की बरसात हुई. इस आसमानी कहर की वजह से 500 लोग जख्मी हो गए तो घरों की शीशे हो गए. गाड़ियों का अलार्म बजने लगा. लोगों ने शॉकवेव भी महसूस किया.

आसमानी अजूबे की दोनों घटनाएं लगभग एक साथ हुई लेकिन नासा वैज्ञानिकों का कहना है, कि एस्टेरॉयड डीए 14 औऱ रुस में हुई उल्का बरसात के बीच कोई ताल्लुक नहीं है.

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