अमृतसर ट्रेन हादसे में घटना के 15 घंटे बाद पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह मौके पर पहुंचे तो उन पर तीखे सवालों की बौछार हुई. सवालों पर सफाई देते हुए सीएम अमरिंदर ने कहा, " मैं तो इजराइल के दौरे पर तेल अवीव जा रहा था. वह दौरा कैंसिल कर मैं यहां आया हूं, इस वजह से आने में देर हुई."
गौरतलब है कि घटना की खबर लगते ही वहां केंद्रीय राज्यमंत्री मनोज सिन्हा रात को ही मौके पर पहुंच गए थे. वहीं, पंजाब सूबे के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने दिल्ली से यहां तक आने में लगभग 15 घंटे लगा दिए. इस वजह से वह मीडिया और पंजाब की जनता के निशाने पर आ गए हैं.
कब, कहां और कैसे हुआ हादसा?
ये हादसा अमृतसर और मनावला के बीच फाटक नंबर 27 के पास हुआ. दरअसल, शुक्रवार की शाम करीब 7 बजे अमृतसर के चौड़ा बाजार स्थित जोड़ा फाटक के रेलवे ट्रैक पर लोग मौजूद थे. पटरियों से महज 200 फीट की दूरी पर पुतला जलाया जा रहा था. इसी दौरान जालंधर से अमृतसर जा रही डीएमयू ट्रेन नंबर 74943 वहां से गुजरी.
ट्रेन की रफ्तार करीब 100 किमी. प्रति घंटा थी. तेज रफ्तार इस ट्रेन ने ट्रैक पर मौजूद लोगों को कुचल दिया और देखते ही देखते 150 मीटर के दायरे में लाशें बिछ गईं. हादसे के बाद अभी तक 59 लोगों के मारे जाने की पुष्टि की जा चुकी है और 57 लोग घायल हुए हैं.
वहीं, इस हादसे के बाद स्थानीय विधायक नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी और पेशे से डॉक्टर नवजोत कौर निशाने पर आ गई हैं. प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि रावण दहन कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस नेता डॉ. नवजोत कौर मंच पर मौजूद थीं, लेकिन घटना के बाद कार लेकर मौके से चली गईं.