एंटनी के नेतृत्व में कांग्रेस एआईसीसी के 4 पर्यवेक्षकों का एक दल शुक्रवार को कर्नाटक भेज रहा है जो मुख्यमंत्री पद के मुद्दे पर पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों की राय लेगा.
पार्टी महासचिव जर्नादन द्विवेदी ने बताया कि केन्द्रीय मंत्री ए के एंटनी और जितेन्दर सिंह, पार्टी महासचिव एवं कर्नाटक मामलों के प्रभारी मधुसूदन मिस्त्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता लुईजिन्हों फलेइरो पार्टी पर्यवेक्षक के रूप में कल कर्नाटक जा रहे हैं.
पार्टी ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव में शानदार जीत हासिल कर सात वर्षों के बाद सत्ता में वापसी की है. 224 सदस्यीय राज्य विधानसभा में पार्टी ने 121 सीटें जीती कांग्रेस ने राज्य में अपने बलबूते सरकार बनाने का मार्ग प्रशस्त कर लिया.
कर्नाटक में पार्टी को पूर्ण बहुमत मिलने के साथ ही अब सबकी निगाहें मुख्यमंत्री पद की तरफ हैं कि कौन इस पद पर काबिज होगा. मुख्यमंत्री पद की इस दौड़ में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं केन्द्रीय मंत्री एम. मल्लिकार्जुन खड़गे और कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता सिद्धरामैया को आगे माना जा रहा है. पिछड़े तबके के नेता सिद्धरामैया करीब छह वर्ष पहले कांग्रेस में शामिल हुए हैं. सिद्धरामैया और खड़गे ने अलग अलग कहा कि मुख्यमंत्री पद के बारे में आलाकमान फैसला करेगा.
विश्लेषकों के मुताबिक केन्द्रीय मंत्री एम वीरप्पा मोइली को भी इस दौड़ से अलग नहीं माना जा सकता. इनके अलावा मुख्यमंत्री पद की दौड़ में पूर्व केपीसीसी अध्यक्ष आरवी देशपांडे, केपीसीसी के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष डीके शिवकुमार, वरिष्ठ लिंगायत नेता श्यामानुर शिवशंकरप्पा और टीबी जयचंद्र भी शामिल हैं.