उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रयागराज कुंभ को मानवता का सबसे बड़ा समागम बताया है. उन्होंने कहा कि भारत के लोगों ने अपनी आस्था के माध्यम से कुंभ को सहेजा है. इस बार के कुंभ को वैश्विक स्वीकृति भी मिली है. उन्होंने कहा कि साढ़े 4 साल से किले में कैद अक्षय वट और सरस्वती कोप को सरकार ने आजाद कराया है और अब श्रद्धालु इसके दर्शन कर सकेंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक ऐसा समागम है जिसके बारे में गांव एक नागरिक जिसे देश की दूसरी खबरों से कोई लेना-देना नहीं होता है. लेकिन वो केवल एक पंचांग को देखकर कुंभ में शामिल होने के लिए प्रयागराज की धरती पर पहुंचते हैं.
प्रयागराज कुंभ की खासियत
उन्होंने कहा कि इस बार का कुंभ बेहद खास है. बहुत सारी घटनाएं इस कुंभ की विशेषताएं हैं. यूनेस्को ने इसे अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर के रूप में स्वीकृति दी है. पहली बार 71 देशों के राजदूतों ने अपने-अपने के देशों के झंडे लगाकर प्रयागराज कुंभ को स्वीकृति दी है.प्रयागराज कुंभ की खास विशेषता यह है कि देश में 7 पवित्र नदियों में से 3 पवित्र नदियों का संगम प्रयागराज में होता है. कुंभ पर इंडिया टुडे (India Today Round Table on The Kumbh Mela in Prayagraj) के इस खास कार्यक्रम में बोलते हुए CM योगी ने कहा कि अक्षय वट का दर्शन अब श्रद्धालु कर सकेंगे, श्रद्धालु इसका दर्शन सालों भर तक कर पाएं इसकी व्यवस्था में उनकी सरकार लगी है.
विपक्ष पर वार
इसके अलावा उन्होंने बताया कि सरस्वती कोप दर्शन कर पाएंगे. दर्शन के साथ ही वहां सरस्वती की मूर्ति की लगाने की कोशिश चल रही है. सीएम ने कहा कि श्रद्धालु दर्शन के बाद कोप के जल भी ले पाएंगे. विपक्ष पर प्रहार करते हुए सीएम ने कहा कि साढ़े 4 सालों के किले में कैद अक्षय वट और सरस्वती कोप को उनकी सरकार ने आजाद कराया है.योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'सरकारी की ओर से कुंभ को सफल बनाने के लिए सुरक्षा और सुविधा समेत दूसरे चीजों को लेकर डेढ़ साल पहले ही रोडमैप कर दिया था. प्रयागराज में कुंभ के मद्देनजर 64 चौराहों का सौंदर्य़ीकरण किया गया है. पेंटिंग में जरिये पूरे प्रयागराज को दिखाने की कोशिश की गई है. पूरे प्रयागराज को एक जैसी लाइटिंग से सजाया गया है.'
क्या क्या है सुविधा
देश-विदेश के श्रद्धालुओं को देखते हुए एक लाख 22 इक्को फ्रेंडली टॉयलेट बनाए गए हैं. 500 सेटल बसों की सुविधा की गई है. सुरक्षा के लिए पूरे कुंभ की गतिविधि पर नजर रखने के लिए खास कंट्रोल रूम बनाया गया है.
देश-दुनिया से आने वाले 20 हजार अतिरिक्त पर्यटकों को रहने की सुविधा दी जाएगी. ये सुविधा कुंभ परिसर के अंदर है. ट्रैफिक की समस्या से निजात के लिए 15 नए फ्लाईओवर बनाए गए हैं. भारतीय परंपराओं को संस्कृति ग्राम के द्वारा दिखाने की कोशिश की गई. विदशी पर्यटकों को भारतीय संस्कृति के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाएगी.