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कोल इंडिया भी करेगी शौचलयों का निर्माण, खर्च करेगी 235 करोड़ रुपये

सार्वजनिक क्षेत्र की कोल इंडिया स्कूलों और पिछड़े इलाकों में शौचालय के निर्माण तथा साफ-सफाई को बेहतर बनाने के लिये 235 करोड़ रुपये खर्च करेगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत पहल के आह्वान के बाद कंपनी ने यह घोषणा की है.

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प्रतीकात्मक तस्वीर
प्रतीकात्मक तस्वीर

सार्वजनिक क्षेत्र की कोल इंडिया स्कूलों और पिछड़े इलाकों में शौचालय के निर्माण तथा साफ-सफाई को बेहतर बनाने के लिये 235 करोड़ रुपये खर्च करेगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत पहल के आह्वान के बाद कंपनी ने यह घोषणा की है.

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कंपनी ने एक बयान में कहा, ‘कोल इंडिया की सब्सिडियरी कंपनी के कमांड क्षेत्र में आने वाले उन स्कूलों तथा आर्थिक रूप से पिछड़े जिलों के उन गांवों में में आधुनिक शौचालय के निर्माण में 235 करोड़ रुपये खर्च करेगी जहां इस प्रकार की सुविधाएं नहीं हैं. इसकी पहचान कोयला कंपनियां सर्वे के आधार पर करेंगी. यह राशि कोल इंडिया की कंपनी समाजिक जिम्मेदारी (सीएसआर) कोष 470 करोड़ रुपये 50 फीसदी है.

बयान के अनुसार कंपनी शौचालय के निर्माण के लिये गैर-सरकारी संगठनों (एनजीओ) की सेवा लेगी. साथ ही बेहतर साफ-सफाई के लिये जागरूकता अभियान चलाएगी. कंपनी के अनुसार करीब एक लाख परिवार मुहिम से लाभान्वित होंगे. बयान के अनुसार कंपनी स्कूलों में 6,000 स्कूलों में शौचालयों का निर्माण करेगी. इस मुहिम को मार्च 2015 तक पूरा किया जाना है.

इससे पहले, सुनील मित्तल की अगुवाई वाली भारती इंटरप्राइजेज की इकाई भारती फाउंडेशन ने अगले तीन साल में लुधियाना में शौचालयों के निर्माण में 100 करोड़ रुपये खर्च करने की घोषणा की थी. इसी प्रकार, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) ने स्कूलों में शौचालयों के निर्माण पर 100 करोड़ रुपये खर्च करने तथा वेंदाता ने 10,000 शौचालय बनाने की घोषणा की है.

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