खोजी वेबसाइट कोबरा पोस्ट ने खुलासा किया है कि मनी लॉन्ड्रिंग के खेल में 23 सरकारी और प्राइवेट बैंकों के शामिल होने का शक है.. कोबरा पोस्ट के सनसनीखेज खुलासे के मुताबिक काले धन को सफेद बनाने में बैंकों के अलावा LIC जैसी इंश्योरेंस कंपनियां भी शामिल हैं.
कोबरा पोस्ट के संपादक अनिरुद्ध बहल का दावा है कि बैंक और इंश्योरेंस कंपनियां फॉरेन एक्सेंज मैनेजमेंट एक्ट (FEMA) के नियमों, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की गाइडलाइंस और KYC नॉर्म्स की धज्जियां उड़ा रहे हैं. वेबसाइट का आरोप है कि बैंक ग्राहकों के काले धन को इंश्योरेंस प्रोडक्ट्स में निवेश कर सफेद बनाने का काम कर रहे हैं.
खोजी वेबसाइट कोबरा पोस्ट ने एक बयान में कहा, 'धन की हेराफेरी बैंकिंग और बीमा कारोबार का अविभाज्य हिस्सा है. कोई भी व्यक्ति कार्यालय में जाकर ऐसी सेवा हासिल कर सकता है, जिससे वह अपनी समूची काली कमाई की हेराफेरी कर सकता है.'
वेबसाइट ने कहा कि उसने छह महीने तक खोजबीन करके बैंकों और वित्तीय कम्पनियों में बड़े पैमाने पर गोरखधंधे का पता लगाया. यह अभियान दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक सहित कई राज्यों और संघ शासित प्रदेशों में चलाया गया था.
वेबसाइट ने 23 सरकारी और निजी बैंकों और बीमा कम्पनियों का नाम उछाला है. सरकारी कम्पनियों में भारतीय स्टेट बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, पंजाब नेशनल बैंक, कैनरा बैंक, इंडियन बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक, आईडीबीआई बैंक, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स, देना बैंक, कॉरपोरेशन बैंक, इलाहाबाद बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया और उनके बीमा सहयोगी शामिल हैं.
निजी कम्पनियों में येस बैंक, धनलक्ष्मी बैंक, फेडरल बैंक, डीसीबी बैंक, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और एक्सिस बैंक तथा उनकी बीमा इकाइयां शामिल हैं.
वेबसाइट ने इस मामले में एलआईसी ऑफ इंडिया, रिलायंस लाइफ इंश्योरेंस, बिड़ला सनलाइफ और टाटा एआईजी का भी नाम उछाला है.
इनमें से कई ने आरोपों को खारिज कर दिया है. भारतीय स्टेट बैंक के अध्यक्ष प्रतीप चौधरी ने कहा, 'जहां तक मैंने मामले को समझा है, कोई गम्भीर मुद्दा नहीं है.' रिलायंस कैपिटल ने आरोपों को बेबुनियाद बताया.
गौरतलब है कि इससे पहले कोबरा पोस्ट ने मार्च में HDFC बैंक, ICICI बैंक और AXIS बैंक पर कथित रूप से मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाया था. तब वेबसाइट ने बताया था कि किस तरह प्राइवेट बैंक के कर्मचारी ग्राहकों के काले धन को सफेद बनाने में जुटे हुए हैं.