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उत्तर भारत में सर्दी का सितम, पहाड़ों पर बर्फबारी, मैदानी इलाकों में शीतलहर

उत्तर भारत के कई इलाकों में बर्फबारी और कोहरे का कहर जारी है. पर्वतीय इलाकों में कई जगहों पर पारा जीरो से नीचे चला गया है, तो मैदानी भागों में कोहरे और शीतलहर का प्रकोप है.

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ठंड से बचने की जद्दोजहद...
ठंड से बचने की जद्दोजहद...

उत्तर भारत के कई इलाकों में बर्फबारी और कोहरे का कहर जारी है. पर्वतीय इलाकों में कई जगहों पर पारा जीरो डिग्री सेल्स‍ियस से नीचे चला गया है, तो मैदानी भागों में कोहरे और शीतलहर का प्रकोप है. उत्तर भारत में जानलेवा ठंड का प्रकोप

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पहाड़ों पर बर्फ तो हर साल गिरती है, परेशानी हर साल आती है. लेकिन इस साल सीजन की पहली बर्फबारी में ही रिकॉर्ड टूट गया. बर्फबारी औसत से ज्यादा हो रही है. ऊंचे स्थानों पर पानी पाइपों में ही जम जा रहे हैं. बिजली की तो बात छोड़िए, जिन इलाकों में बर्फबारी हुई है, वहां जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है. रोजमर्रा के काम करने में भी दिक्कते आ रही हैं.

पहाड़ों पर बर्फबारी जारी है. मनाली में करीब 4 फुट बर्फबारी हुई है. पहले जो बर्फबारी सैलानियों का पैसा वसूल कर रही थी, अब वो मुसीबत बन गई है. बर्फबारी से हाइवे पर सैकड़ों गाड़ियां फंसी हैं. रोहतांग पास के करीब बर्फीले तूफान में फंसे करीब 500 सैलानियों को रेस्क्यू टीम ने सुरक्षित निकाल लिया है.

नैनीताल में बर्फ से जानवरों को भी बचाया जा रहा है. कड़ाके की ठंड से बचाने के लिए जानवरों को गरम खुराक दी जा रही है. कोमल पक्षियों के लिए प्रशासन ने बाड़े में परदे भी लगाए हैं. जू परिसर में बर्फ जमा होने की वजह से सैलानियों को भी खासा मजा आ रहा है.

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हिमाचल प्रदेश में अभी हाल में हुई बर्फबारी के बाद ठंड का कहर जारी है. हिमाचल प्रदेश की प्रसिद्ध पर्यटन नगरी डलहौजी का लक्कड़मंडी गांव पूरी तरह से बर्फ में दफन हो चुका है. इस गांव के निवासी यहां से पलायन कर निचले इलाकों में चले गए हैं. लक्कड़मंडी में छतों पर बर्फ की मोटी चादर देखी जा सकती है. यहां बर्फबारी के बाद सन्नाटा छाया हुआ है. वहीं डलहौजी में सुबह शाम कड़ाके की सर्दी पड़ रही है. रात को पारा शून्य से नीचे चला जा रहा है, जिससे पानी जम रहा है. अभी हाल में हुए बर्फबारी से कुल्लू मनाली के हालात देख पर्यटक डलहौजी का रुख कर रहे हैं.

डलहौजी में दिन को धूप खिलने से लोग राहत महसूस करते हैं, लेकिन शाम होते ही बाजारों में कड़ाके की ठंड से कर्फ्यू जैसा माहौल देखने को मिलता है.

दिल्ली में कोहरे से 90 ट्रेनें प्रभावित
कोहरे की वजह से शुक्रवार सुबह करीब 90 ट्रेनें अपने तय समय से कई घंटों की देरी से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली पहुंचीं. उत्तर रेलवे की ओर से कहा गया कि दिल्ली आ रहीं 63 ट्रेनों और यहां से रवाना होने वाली 27 ट्रेनों के समय में कोहरे की वजह बदलाव किया गया है. एक अधिकारी ने कहा कि कोई ट्रेन रद्द नहीं की गई है.

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एक अन्य अधिकारी ने कहा कि कोहरे की वजह से विमान उड़ानों पर भी आंशिक रूप से असर पड़ा है. दो विमानों की उड़ान में 15 मिनट से ज्यादा की देरी हुई, लेकिन कोई उड़ान न तो रद्द की गई और न ही किसी का मार्ग बदला गया है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) की ओर से कहा गया कि दिल्ली में सुबह 8.30 बजे दृश्यता 200 मीटर थी.

दिल्ली में और गिरा पारा
पहाड़ों में ठंड का कहर टूटा, तो मैदानी इलाकों में उसका असर दिखा. दिल्ली समेत पूरा उत्तर भारत शीतलहर की चपेट में है. हाड़ कंपा देनी वाली ठंड ने कब्जा जमा लिया है. लोग घरों में कैद होने पर मजबूर हैं.

शुक्रवार को दिल्ली के कई इलाकों में घना कोहरा छाया रहा. दिल्ली में पारा 7.4 डिग्री सेल्स‍ियस तक गिर गया, जो कि सीजन के औसत तापमान से 1 डिग्री कम है.
गरीबों पर ठंड हमेशा से भारी विपत्ति का सबब रहा है. इस बार उसके कहर में कोई कमी नहीं है. ठंड से अब तक करीब 24 लोगों की सांसें थम चुकी हैं. जानकार बताते हैं कि अभी ठंडी हवाएं और सर्द होंगी.

हवाओं में नमी है. दिन में सूरज भी दिख जाता है. लेकिन सूरज का दिखना फौरी राहत है. ऐसे हालात में कोहरे के पर फैलाने के लिए बिल्कुल माकूल है. अब दिल्ली समेत पूरा उत्तर भारत कोहरे की सफेदी में खोने के लिए तैयार है. अब आपकी ट्रेनें भी लेट होंगी. हवाई जहाज भी समय पर उड़ान नहीं भरेंगे.

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