विदेशों में जमा काले धन को वापस स्वदेश लाने के प्रयास में जुटी भारत सरकार के प्रति स्विटजरलैंड ने बेहद कड़ा रुख अपनाया है.
स्विटजरलैंड ने कहा है कि वह सिर्फ 'कयासों' पर कोई कार्रवाई नहीं करेगी. भारतीय संस्थाएं बिना अपनी स्वतंत्र जांच के खाताधारकों के बारे में जानकारी नहीं मांग सकती.
भारत में स्विटजरलैंड के राजदूत लाइनस वोन कास्टेलमर ने कहा, 'पिछली चीजों को मिटाया नहीं जा सकता. हम काले धन के मामलों पर पूरी मदद करेंगे , लेकिन टैक्स फ्रॉड के बारे में कुछ सबूत मिलने चाहिए.'
हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि स्विस बैंकों में जमा धन केवल 'टैक्स मनी' नहीं हो सकती है.
स्विस राजदूत ने कहा कि स्विस संस्थाओं की ओर से कोई भी कार्रवाई खाताधारकों की एक सूची के आधार पर नहीं हो सकती. भारतीय जांच एजेंसियों को इस मामले में जांच करनी होगी और टैक्स फ्रॉड का एक कम से कम प्राथमिक सबूत तो उपलब्ध कराना ही होगा.
उन्होंने कहा, 'काले धन के मुद्दे पर हम भारत के हितों को समझते हैं और उसके प्रयासों की सराहना करते हैं. लेकिन हम इस मामले पर पूरी स्पष्टता चाहते हैं.'