16 साल की एक लड़की ने 72 साल के दिग्गज 'धर्मपुरुष' पर रेप का आरोप लगाकर हलचल मचा दी है. साधारण परिवार की उस नाबालिग लड़की के लिए निश्चित रूप से यह आसान नहीं रहा होगा. यह खुद को ईश्वर बताने वाले उस ताकतवर संत के खिलाफ उठाई गई ऐसी आवाज है जो आगे चलकर कई सन्न कर देने वाले सच सामने ला सकती है.
दिग्गज नेताओं ने भेजे बापू को संदेश
लेकिन खास बात यह है कि जब आसाराम ने वैलेंटाइन डे का बहिष्कार करते हुए 14 फरवरी को 'मातृ-पितृ पूजन दिवस' के रूप में मनाने की शुरुआत की तो राजनीतिक बिरादरी ने इसका खुला समर्थन किया और ढेर सारे शुभकामना संदेश भेजे.
पढ़ें, लड़की की शिकायत का पूरा ब्यौरा
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से लेकर बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह, तब के रेल मंत्री पवन बंसल, नितिन गडकरी, मुख्तार अब्बास नकवी, हरियाणा के कांग्रेसी सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा, हिमाचल के तत्कालीन भाजपाई सीएम प्रेम कुमार धूमल आदि उनकी इस पहल पर लट्टू हो गए. 'भारतीय मूल्यों को दोबारा स्थापित करने के लिए' सब नेताओं ने एक ऐसे संत के लिए शुभकामना संदेशों की झड़ी लगा दी, जिसका चरित्र पहले से ही सवालों के घेरे में था.
अगर आप किसी संगठन से जुड़े हैं तो यह समझते होंगे कि सिस्टम में पैठ के बिना बड़े नेताओं के दफ्तर से शुभकामना संदेश नहीं आया करते.
बापू को हर पार्टी का आशीर्वाद
राष्ट्रपति के शुभकामना संदेश में लिखा है, 'राष्ट्रपति जी इस अभियान तथा मातृ-पितृ पूजन पुस्तक के सफल प्रकाशन के लिए अपनी शुभकामनाएं प्रेषित करते हैं.' इसके नीचे राष्ट्रपति के प्रेस सचिव के हस्ताक्षर हैं.
वैलेंटाइन डे को माता-पिता के स्नेह के दिन के तौर पर प्रोजेक्ट करना, हो सकता है आपको थोड़ा असहज या कंफ्यूज कर दे, लेकिन आसाराम को सत्ता के सबसे ताकतवर हाथों से समर्थन मिलता है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि सत्ता के गलियारों में आसाराम की कितनी गहरी पैठ है. मजे की बात यह कि इसमें बापू को कोई दलगत परहेज नहीं है. बीजेपी- कांग्रेस सब जगह से उन्हें संदेश मिलते हैं.
गडकरी बता चुके हैं प्रेरणा स्रोत
बापू के एक कार्यक्रम में पूर्व बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी उन्हें 'हमारा प्रेरणा स्रोत' बता चुके हैं. उन्होंने कहा था, 'पूज्य बापू जी ने हमारी अगली पीढ़ी को अच्छे संस्कार देने के लिए मातृ-पितृ पूजन दिवस जैसी नेक पहल की है.'
हालांकि बापू पर लगे आरोप अगर सच निकले तो यह संस्कारों और हमारी अगली पीढ़ी, दोनों के लिए बड़ा आघात होगा.
विवादों से है बापू का नाता
आसाराम पहले भी विवादों की एक पूरी सीरीज निकाल चुके हैं. गुजरात और मध्य प्रदेश में जमीन कब्जाने का आरोप, हत्या की कोशिश का केस और 2008 में छात्रों के आपराधिक नरसंहार तक का आरोप उन पर लग चुका है.
डर सिर्फ इस बात का है कि 16 साल की उस लड़की को उतना समर्थन मिलेगा या नहीं, जितने बापू को शुभकामना संदेश मिले थे.