उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के गम्भीरपुर क्षेत्र में एक धार्मिक कार्य के लिए चबूतरा बनाने के मसले पर दो संप्रदायों के बीच हुए खूनी संघर्ष में एक व्यक्ति की मौत हो गयी तथा 18 अन्य जख्मी हो गए. इस मामले में संबंधित इलाके के पुलिस थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया गया है.
धार्मिक मकसद के लिए बने चबूतरे पर हुआ विवाद
पुलिस सूत्रों के मुताबिक मोहम्मदपुर बाजार में सोमवार रात ग्राम प्रधान का पति धार्मिक अनुष्ठान में इस्तेमाल के मकसद से एक चबूतरे का निर्माण करा रहा था. दूसरे समुदाय के लोगों ने इसका विरोध करते हुए प्रधानपति की पिटाई कर दी. इसके बाद देखते ही देखते दोनों तरफ से ईंट-पत्थर चलने लगे.
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उपद्रवियों ने बाजार में जमकर उत्पात मचाया. उन्होंने लगभग तीन दर्जन दुकानों में तोड़फोड़ की. दो वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया. इस बीच, कुछ गोलियां चलने की आवाजें भी सुनी गईं.
चार घंटे बंद रहा स्टेट हाईवे
सूत्रों ने बताया कि वारदात में सात लोग गंभीर रूप से और 12 अन्य मामूली तौर पर जख्मी हुए. घायलों में से दो को नाजुक हालत के मद्देनजर वाराणसी रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई.
उपद्रवियों की हरकतों के चलते मंगलवार को पूरे क्षेत्र में दहशत फैली रही और आजमगढ़-वाराणसी तथा इलाहाबाद राज्यमार्ग करीब चार घंटे तक ठप रहा.
देर से पहुंची यूपी पुलिस
स्थानीय लोगों के मुताबिक पुलिस वारदात के काफी देर बाद मौके पर पहुंची और बड़ी संख्या में पीएसी बल की मदद से स्थिति पर काबू पाया जा सका. इस बीच, उपमहानिरीक्षक (लोक शिकायत) सतीश गणेश ने लखनऊ में बताया कि प्रशासन ने मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में गंभीरपुर के थानाध्यक्ष सलीम अली सिद्दीकी को निलम्बित कर दिया है.उन्होंने बताया कि पुलिस दंगाइयों की पहचान की कोशिश कर रही है और दोषी लोगों को कतई बख्शा नहीं जाएगा. हालात के मद्देनजर इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया है. इलाके में तनावपूर्ण शांति है. वरिष्ठ अधिकारी मौके पर हैं.