सुपरस्टार आमिर खान के असहिष्णुता वाले पर बयान पर अब सियासत के साथ ही सड़क पर भी बवाल शुरू हो गया है. जहां एक ओर दिल्ली के न्यू अशोक नगर थाने में अभिनेता के खिलाफ शिकायत दी की गई है, वहीं पटना में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उनके पोस्टर पर कालीख पोतकर विरोध जताया है. इस बीच पुलिस ने एहतियातन मुंबई में आमिर के घर की सुरक्षा बढ़ा दी है.
Security tightened outside #AamirKhan's residence in Mumbai. pic.twitter.com/UmXNp8SzW9
— ANI (@ANI_news) November 24, 2015
मुंबई पुलिस ने आमिर के घर के बाहर पुलिस बल को तैनात कर दिया है. जबकि दिल्ली में असहिष्णुता पर आमिर के बोल का मामला थाने पहुंच गया है. शिकायतकर्ता का कहना है कि असहिष्णुता पर अभिनेता के हालिया बयान से देश की छवि को गहरा धक्का पहुंचा है और यह लोगों की भावनाओं को आहत करने वाला है.
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, शिकायतकर्ता एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म मेकर हैं और उन्होंने सवाल किया है कि आमिर खान को भारत में किस बात का डर है. शिकायतकर्ता ने मामले में एफआईआर दर्ज करने की मांग की है.
पटना और इलाहाबाद में बीजेपी का प्रदर्शन
इन सब के बीच बिहार की राजधानी पटना और यूपी के इलाहाबाद में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतरकर अभिनेता के खिलाफ प्रदर्शन किया है. बीजेपी कार्यकर्ताओं ने इस दौरान आमिर खान के पोस्टर कालिख पोती, जबकि कई जगहों पर पोस्टर जलाए भी गए.
BJP workers protest against #AamirKhan in Patna pic.twitter.com/fSRIsBf48P
— ANI (@ANI_news) November 24, 2015
BJP workers protest against #AamirKhan in Allahabad(UP) pic.twitter.com/srjbjCj0yN
— ANI (@ANI_news) November 24, 2015
गौरतलब है कि बॉलीवुड एक्टर ने सोमवार को असहिष्णुता पर लगभग खत्म हो चुकी बहस को हवा देते हुए कहा कि इस ओर कई घटनाओं ने उन्हें चिंतित किया है और पत्नी किरण राव ने एक बार यहां तक सुझाव दे दिया था कि उन्हें देश छोड़ देना चाहिए. आमिर के बयान की राजनीतिक घरानों से लेकर बॉलीवुड तक घोर निंदा हो रही है. हालांकि उन्हें दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और दिग्गज अभिनेता रजा मुराद समेत कई लोगों का समर्थन भी मिला है.
सोमवार को पत्रकारिता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए रामनाथ गोयनका पुरस्कार वितरण कार्यक्रम के दौरान आमिर खान ने उन लोगों का समर्थन किया, जो अपने असहिष्णुता के खिलाफ अपना पुरस्कार लौटा रहे हैं. खान ने कहा, 'रचनात्मक लोगों के लिए उनका पुरस्कार लौटाना अपना असंतोष या निराशा व्यक्त करने के तरीकों में से एक है.'
'बढ़ी है असुरक्षा और भय की भावना'
आमिर ने अपने बयान में कहा, 'एक व्यक्ति के तौर पर, एक नागरिक के रूप में इस देश के हिस्से के तौर पर हम समाचार पत्रों में पढ़ते हैं कि क्या हो रहा है. हम इसे समाचारों में देखते हैं और निश्चित तौर पर मैं चिंतित हुआ हूं. मैं इससे इनकार नहीं कर सकता. मैं कई घटनाओं से चिंतित हुआ हूं.' अभिनेता ने कहा कि वह महसूस करते हैं कि पिछले छह से आठ महीने में असुरक्षा और भय की भावना बढ़ी है.