भारत ने ‘पाकिस्तान के साथ पर्दे के पीछे से किसी भी तरह की’ बातचीत की संभावना से इनकार करते हुए कहा कि जब तक पाकिस्तान मुंबई हमलों के जिम्मेदार लोगों को कानून की जद में नहीं लाता, तब तक कोई सार्थक द्विपक्षीय वार्ता नहीं हो सकती.
विदेश मंत्रियों के बीच वार्ता
विदेश मंत्री एसएम कृष्णा ने अपने पाकिस्तानी समकक्ष शाह महमूद कुरैशी के साथ 2 घंटे की बैठक के बाद भारत का पक्ष रखा. दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों की शर्म-अल-शेख में हुई वार्ता के बाद यह पहला उच्चस्तरीय संपर्क था. कृष्णा ने कहा कि उन्होंने कुरैशी को इस बात की जानकारी दी कि भारत पाकिस्तान की धरती से अब भी पैदा हो रहे आतंकी खतरे से चिंतित है.
चिंताओं से अवगत कराया
कृष्णा ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् महासभा से इतर कुरैशी से हुई मुलाकात के बाद कहा ‘‘हम पाकिस्तान से संचालित हो रहे आतंकी समूहों को लेकर काफी चिंतित हैं. हमने कुरैशी को पाकिस्तान की धरती से पैदा हो रहे आतंकी खतरों के बारे में हमारी चिंताओं से अवगत कराया.’’