नरेन्द्र मोदी के तहत काम करने वाली बीजेपी की एक समिति ने शनिवार को ऐलान किया कि वह आगामी लोकसभा चुनाव के दौरान मुसलमानों के खिलाफ कांग्रेस की ओर से की गई ‘नाइंसाफियों’ की पोल खोलेगी.
मोदी की अध्यक्षता वाली ‘भाजपा चुनाव अभियान समिति’ के तहत काम करने वाली ‘कांग्रेस के विरुद्ध आरोप पत्र समिति’ की हुई पहली बैठक के बाद इसके सदस्य और राज्यसभा में पार्टी के उप नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा, ‘आरोप पत्र समिति इस बात का काला चिट्ठा खोलेगी कि अल्पसंख्यकों के हितों का दावा करने वाले कांग्रेस नीत शासन में मुसलमानों के साथ क्या-क्या नाइंसाफियां हुई हैं.’
बीजेपी चुनाव अभियान समिति के तहत जिन 20 उप समितियों का गठन किया गया है, उनमें यह ‘आरोप पत्र समिति’ भी शामिल है. प्रसाद ने बताया कि समिति की पहली बैठक में मौजूदा सरकार के खिलाफ जो चुनावी नारा तय किया गया है वह है, ‘कांग्रेस नीत यूपीए की क्या विरासत, असहाय भारत-असुरक्षित भारत’.
उन्होंने बताया कि समिति ने तय किया है कि वह यूपीए सरकार के खिलाफ आरोप पत्र तैयार करने के लिए जनता से भी उनके सुझाव आमंत्रित करेगी. इसके लिए पार्टी की वेबसाइट में शीघ्र ही एक नया फोल्डर खोला जाएगा, जिसमें लोग इस सरकार के विरुद्ध अपने आरोप भेज सकेंगे. समिति के सदस्यों में रविशंकर प्रसाद के अलावा, गोपीनाथ मुंडे, निर्मला सीतारमण, मीनाक्षी लेखी और आरती मेहरा आदि शामिल हैं.
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आरोप पत्र समिति कांग्रेस नीत सरकार के ‘एक दशक के कुशासन’ का खुलासा करते हुए जनता को बताएगी कि कैसे इसके कारण महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी बढ़ी और देश की सुरक्षा, अर्थव्यवस्था और विदेश नीति आदि पर बुरा असर पड़ा.