कॉमनवेल्थ खेल बिना किसी व्यवधान के संपन्न हों, जिससे दुनिया में उभरती हुई महाशक्ति के रूप में भारत की जो पहचान बन रही है, वो और भी ज्यादा मजबूत हो.
हालांकि मीडियाकर्मी होने के नाते खेलों की कमियों को उजागर करना भी हमारा कर्तव्य था. मीडिया की सतर्कता के कारण ही तैयारियां वक्त पर पूरी हो सकीं. लेकिन अब जबकि खेल शुरू हो रहे हैं, तो मेरी यही कामना है कि ये खेल अब तक के सबसे अच्छे राष्ट्रमंडल खेल साबित हों. इससे दुनिया में भारत का नाम और भी रोशन हो सकेगा.
(शैलेंद्र झा आजतक न्यूज चैनल में आउटपुट हेड हैं.)