राहुल गांधी को नरेन्द्र मोदी द्वारा 'शहजादा' कह कर उल्लेखित किए जाने की कांग्रेस की कड़ी आपत्ति और चेतावनी पर बीजेपी ने कहा, ‘जो है, वही बोला जाएगा’ और कांग्रेस धमकियां देकर आपातकालीन मानसिकता का परिचय नहीं दे.
कांग्रेस महासचिव जनार्दन द्विवेदी ने मोदी का नाम लिए बिना शनिवार को कहा है, 'राहुल का जिस तरह उल्लेख किया जा रहा है और जिस भाषा में आलोचना की जा रही है, 'शहजादा' जैसे शब्दों का प्रयोग लोकतंत्र में मर्यादित आचरण नहीं है.' द्विवेदी ने यह भी कहा कि कांग्रेस के कार्यकर्ता चुनाव आचार संहिता के चलते इस पर प्रतिक्रिया नहीं कर रहे हैं और खामोश हैं, वर्ना ऐसे शब्दों के इस्तेमाल को दो दिन के भीतर रोका जा सकता है. हम नहीं चाहते कि ऐसी स्थिति बने.'
बीजेपी प्रवक्ता प्रकाश जावडेकर ने राहुल को 'शहजादा' कहने पर कांग्रेस की आपत्ति को खारिज करते हुए कहा, 'जो है, वही तो बोलेंगे. कांग्रेस के नेता (द्विवेदी) जो भाषा बोल रहे हैं, वह कांग्रेस की आपातकाल की मानसिकता दर्शाती है.'
जावडेकर ने कहा, 'राहुल गांधी के भाषण गैर-जिम्मेदाराना हैं और मुस्लिम युवाओं का अपमान हैं, क्योंकि आईएसआई से उन्हें जोड़कर उन पर संदेह पैदा किया गया है.' गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे से बीजेपी ने स्पष्टीकरण मांगा कि क्या खुफिया ब्यूरो के अधिकारियों ने उन्हें भी बताया है कि मुजफ्फरनगर के दंगा पीड़ित मुस्लिम युवाओं से पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी संपर्क साध रही है, जैसा की राहुल ने दावा किया है?
बीजेपी प्रवक्ता ने सवाल किया कि राहुल के दावे पर आईबी और गृह मंत्री खामोश क्यों हैं? राहुल पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, 'किसी भी जिम्मेदार नेता के पास अगर ऐसी संवेदनशील जानकारी होती तो वह उसे चुनावी रैलियों में नहीं गाता फिरता है, बल्कि उसे अधिकारियों को बताता. राहुल ने बहुत ही गैर-जिम्मेदाराना आचरण किया है.'