कर्नाटक में कांग्रेस की जीत का पूर्वानुमान लगाने वाले एक्जिट पोल के बीच सवाल यह है कि क्या पार्टी को पूर्ण बहुमत हासिल होगा. राज्य में वोटों की गिनती बुधवार को होने वाली है.
कुछ पूर्वानुमानों के मुताबिक 224 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस को 110 से 132 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है जबकि सत्तारूढ़ बीजेपी को निराशा हाथ लगने की बात कही गई है. पूर्ण बहुमत के लिए 113 सीटों की जरूरत है. फिलहाल मौजूं सवाल यह है कि क्या ऐसी स्थिति बनेगी कि कांग्रेस को पर्याप्त संख्या नहीं मिल पाये. पूर्व मुख्यमंत्री बी. एस. येदियुरप्पा की पार्टी कर्नाटक जनता पक्ष (केजेपी) के कुछ नेताओं ने व्यक्तिगत राय दी है कि अगर स्थिति बनती है तो पार्टी कांग्रेस सरकार का समर्थन करने को तैयार है. लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि केजेपी कांग्रेस का समर्थन लेगी या नहीं क्योंकि येदियुरप्पा जब मुख्यमंत्री थे और भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे थे तो पार्टी ने उनका घोर विरोध किया था. कांग्रेस को उम्मीद है कि सरकार बनाने के लिए उसे दूसरों पर निर्भर नहीं होना पड़ेगा.
प्रथमदृष्ट्या लगता है कि येदियुरप्पा ने बीजेपी को नुकसान पहुंचाने का काम पूरा कर लिया है. पिछले चुनावों में बीजेपी को कांग्रेस से करीब एक फीसदी कम वोट मिले थे फिर भी वह 30 सीट ज्यादा जीतने में सफल रही थी.
चुनाव परिणाम के बाद केजेपी के रुख पर गौर किया जा रहा है क्योंकि इसे केवल दो दर्जन सीट मिलने का अनुमान जताया गया है.
कर्नाटक Exit Poll: कांग्रेस को बहुमत
कर्नाटक में विधानसभा की 223 सीटों के लिए जनता ने रविवार को मतदान कर नेताओं के भाग्य को ईवीएम में बंद कर दिया. चिलचिलाती गर्मी के बीच भी राज्य की जनता ने बड़ी संख्या में घरों से निकलकर मतदान किया. कुल 69 प्रतिशत मतदान हुआ.
मतगणना से पहले आज तक और C-Voter के एग्जिट पोल में 10 हजार लोगों पर किए गए सर्वेक्षण में कमल अपने ही कीचड़ में डूबता दिखाई दे रहा है और कांग्रेस अपने हाथ धोकर 5 साल बाद फिर से राज्य की सत्ता पर काबिज होती दिख रही है.
आज तक और C-Voter के एग्जिट पोल के अनुसार, 223 सीटों वाली विधानसभा में कांग्रेस को 110 से 118 सीटें मिलती दिख रही हैं. यह आंकड़ा बहुमत के 113 के आंकड़े को आसानी से छू जाएगा. वहीं, भ्रष्टाचार के आरोप झेल रही बीजेपी को 51 से 59 तक सीटें मिलने की उम्मीद है.