प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चंडीगढ़ दौरे पर एक और विवाद हो गया. दौरे से पहसे कांग्रेस के करीब 35 नेताओं को नजरबंद कर दिया गया. इस पर कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि पीएम ने सत्ता का दुरुपयोग किया है. पीएम मोदी ने इस पर कहा है कि स्कूलों की छुट्टी करना जरूरी नहीं था. लोगों को जो दिक्कत हुई है इसकी जांच कराएंगे और जवाबदेही तय करेंगे.
An inquiry will be held & responsibility will be fixed for the inconvenience caused to the people of Chandigarh.
— Narendra Modi (@narendramodi) September 11, 2015
शुक्रवार को चंडीगढ़ के स्कूल भी बंद रखे गए, जिसे कांग्रेस ने गलत करार दिया. मोदी इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन करने चंडीगढ़ आए थे. उधर, उत्तराखंड के रास्ते में पड़ने वाले स्कूल भी बंद रहे. कुछ स्कूलों में आधे दिन की पढ़ाई के बाद छुट्टी कर दी गई.
ये साहब की रैली थी, सेवक की नहीं
सुरजेवाला ने कहा कि रैली के लिए चंडीगढ़ को बंधक बनाया गया. पीएम के दौरे की वजह से शहर में वीआईपी के नाम पर नस्लवाद हुआ. यह ये साहब की रैली थी, सेवक की नहीं. इस दौरे से पहले भी विवाद हुआ था.
ब्रिगेडियर देवेंद्र सिंह से माफी मांगें PM
सुरजेवाला ने मांग रखी कि पीएम ब्रिगेडियर देवेंद्र सिंह से माफी मांगें. दरअसल, ब्रिगे़डियर के बेटे का अंतिम संस्कार किया जाना था. लेकिन पीएम की रैली के कारण श्मशान घाट भी बंद कर दिया गया था. इस वजह से अंतिम संस्कार नहीं हो सका.
पहले भी आए हैं पीएम, पर ऐसे नहीं
सुरजेवाला ने कहा कि पहले भी पीएम और राष्ट्रपति शहर आते रहे हैं. लेकिन इस तरह की वीआईपी नस्लवाद कभी नहीं देखा. यह बीजेपी की सियासी रैली थी और इसकी कीमत चंडीगढ़ ने चुकाई. बीजेपी ने और हवाबाजी की.
पीएम परिवार नहीं चलाते, इसलिए गृहिणी का दर्द नहीं समझते
सुरजेवाला ने कहा कि खाने-पीने की चीजों की कीमतें आसमान छू रही हैं. दालें 145 रुपये किलो हैं. लेकिन उन्हें क्या मालूम एक गृहिणी का दर्द क्या होता है. पीएम परिवार थोड़े ही चलाते हैं.