कांग्रेस ने पीएम मोदी का पैंतरा उन्हीं के खिलाफ आजमाया है. प्रधानमंत्री मोदी से कांग्रेस ने अनोखे तरीके से सवाल पूछे हैं. गुजरात के मुख्यमंत्री रहते नरेंद्र मोदी के पूछे गए सवालों को ही कांग्रेस ने अब अपना सवाल बताकर सरकार से सवाल किया है. कांग्रेस ने कहा कि ये 56 इंच के सीने वाले प्रधानमंत्री महज कागजी शेर हैं.
कांग्रेस का इस बार सरकार से सवाल पूछने का अंदाज बेहद दिलचस्प रहा. कांग्रेस ने मोदी का पांच साल पहले का वीडियो चलाते हुए यूपीए सरकार से पूछा गया उनका सवाल उन्हीं पर दागा है. इस पुराने वीडियो में मोदी ने यूपीए सरकार से पांच सवाल पूछे थे.
कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने पीएम मोदी के उन्हीं सवालों को दोहराते हुए ये पांच प्रश्न पूछे-
पहला: जब सीमाएं सरकार के कब्जे में हैं तो आतंकवादियों के पास बारूद और शस्त्र कहां से आते हैं?
दूसरा: आतंकवदियों के पास धन कहां से आता है? पूरे धन का लेन-देन भारत सरकार के हाथ में है.
तीसरा: विदेशों से आने वाले आतंकवादी घुसपैठ कैसे कर लेते हैं? सारी सुरक्षा सरकार के हाथ में है तो कैसे आतंकवादी घुसपैठ कर लेते हैं?
चौथा: पूरी संचार व्यवस्था सरकार के हाथ में है तो आतंकवादियों के बातचीत को इंटरसेप्ट क्यों नहीं किया जाता?
पांचवां: विदेशों में भागे आतंकवादियों को प्रत्यर्पण के जरिये क्यों नहीं लाया जाता?
इन पांच सवालों के अलावा कांग्रेस ने अपने वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे पर बीजेपी के आरोप पर कहा कि ये बेहद वाहियात आरोप हैं. साढ़े चार साल में ये बीजेपी को याद नहीं आया. अब कर्नाटक चुनाव के चलते वाहियात सवाल और गैरज़िम्मेदाराना आरोप लगाए जा रहे हैं. खड़गे जी को कानूनी एक्शन लेना चाहिए.
पिछले कुछ दिनों में जम्मू-कश्मीर में लगातार आतंकी हमलों ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. पहले जम्मू के सुंजवां आर्मी कैंप पर आतंकियों ने हमला बोला जिसमें 6 जवान शहीद हुए और उसके बाद श्रीनगर में सीआरपीएफ मुख्यालय के पास आतंकियों ने हमला करने की कोशिश की. इसमें एक जवान शहीद हो गया. इसी कारण से कश्मीर मुद्दा एक बार फिर राजनीति के केंद्र में आ गया है.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को इसी मुद्दे पर मोदी सरकार पर हमला बोला था. राहुल ने ट्वीट के जरिए कश्मीर मुद्दे को लेकर मोदी सरकार को कठघरे में खड़ा किया था. राहुल ने ट्वीट में लिखा था कि पीडीपी पाकिस्तान के साथ बातचीत करने को कह रही है, तो वहीं रक्षामंत्री कह रही हैं कि पाकिस्तान को इस हमले की कीमत चुकानी होगी. राहुल ने कहा कि सच बात ये है कि देश पीडीपी और बीजेपी के अवसरवादी गठबंधन की सजा भुगत रहा है. दोनों के पास कश्मीर को लेकर कोई नीति नहीं है.
ओवैसी ने भी किया वार
इधर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने जम्मू के सुंजवां आर्मी कैंप पर हुए आतंकी हमले पर विवादित बयान दिया है. ओवैसी ने अपने दफ्तर में मीडिया से बातचीत में कहा कि आतंकी हमले में शहीद हुए छह जवानों में से पांच कश्मीरी मुस्लिम थे. ओवैसी ने कहा कि जो लोग मुसलमानों को पाकिस्तान जाने के लिए कहते हैं या उन्हें पाकिस्तानी समझते हैं, उन्हें यह देखना चाहिए. साल 2018 में ही अब तक भारत के 21 जवान अलग अलग हमलों में शहीद हो चुके हैं.