मोदी सरकार के तीन साल पूरे होने जा रहे हैं. ऐसे में सरकार देश भर में जश्न मनाने के साथ अपनी उपलब्धियां बड़े पैमाने पर गिनाने की तैयारी में है. सभी मंत्री और बीजेपी नेता जनता के बीच जाकर सरकार के काम-काज की जानकारी देंगे. मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस इस मौके पर मोदी सरकार को घेरने के लिए अपनी तैयारी कर रही है, जिसकी शुरुआत 15 मई के बाद की जाएगी.
पूर्व मंत्री करेंगे प्रेस कॉन्फ्रेंस
कांग्रेस इसके लिए एक खास रणनीति भी बना रही है. यूपीए सरकार में मंत्री रहे वरिष्ठ नेताओं से कहा गया है कि वह जिस मंत्रालय में रहे उसकी कमियां इकट्ठा करें. 15 मई के बाद उन्हीं पूर्व मंत्रियों से पार्टी प्रेस कॉन्फ्रेंस करवाएगी. पार्टी को लगता है कि, पूर्व मंत्रियों की उस मंत्रालय पर समझ के चलते वह बेहतर तरीके से जनता को समझा सकेंगे और जनता भी आंकड़ों के साथ होने पर उनकी बात पर भरोसा करेगी. साथ ही तमाम बड़े नेताओं के रोस्टर भी बनाये जा रहे हैं , जिसके बाद प्रदेश की राजधानियों और बड़े शहरों में प्रेस कांफ्रेंस कराई जाएगी.
नाकानियों पर बुकलेट
मोदी सरकार के घोषणा पत्र में किये गए वादों का जिक्र करते हुए कांग्रेस पार्टी एक बुकलेट भी छापेगी. इस बुकलेट में आंकड़ों के साथ बताया जाएगा कि, मोदी सरकार कैसे वादे पूरे करने में विफल रही है. साथ ही आंकड़ों और घटनाओं के ज़रिये मोदी सरकार की विदेश, अर्थ और सुरक्षा नीति पर भी हमला बोला जाएगा.
बूथ स्तर तक संदेश
मोदी सरकार की विफलताओं की बुकलेट को कांग्रेस पार्टी ज़िला स्तर पर अपने संगठन को मेल के ज़रिए भी भेजेगी. जिसके जरिए विफलताओं की जानकारी जनता तक पहुंचाई जा सके. कांग्रेस नेताओं की प्रेस कांफ्रेंस से निकले अहम मुद्दों को ज़िला स्तर पर भेजा जाएगा. इसके अलावा प्रदेश और जिला स्तर पर संगठन को निर्देश दिया जाएगा कि, मोदी सरकार विफलताओं को जनता के बीच ले जाने के लिए अपने-अपने तरीके से प्रदर्शन और कार्यक्रम आयोजित करें.
सत्ता से दूर कांग्रेस ने मोदी सरकार के तीन सालों पर जनता को विफलताए गिनाने की तैयारी करके विपक्ष का धर्म निभाने की तैयारी तो कर ली है, लेकिन चुनावी हारों से टूटे मनोबल वाले नेताओं और कार्यकर्ताओं के सहारे सफल नतीजे देना उसके लिए बड़ी चुनौती साबित होगा.