कांग्रेस ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर बड़ा हमला किया है. गुरुवार शाम 4 बजे कांग्रेस ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केंद्र पर 45 हजार करोड़ के टेलीकॉम घोटाले का आरोप लगाया है. इसमें कहा गया कि सरकार ने अपने पूंजीपति दोस्ताें को नियमों को दरकिनार करते हुए फायदा पहुंचाया, वहीं बीजेपी ने पलटवार करते हुए इसे यूपीए के दौर का घपला बताया है.
पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, 'सरकार 45 हजार करोड़ के इस घोटाले को छुपाने की कोशिश कर रही है. यह घोटाला मनरेगा के बजट से भी ज्यादा है. सरकार को स्पेक्ट्रम नीलामी का फायदा नहीं मिला. जिन छह कंपनियों को इसका लाभ मिला उन्होंने अपनी आय को कम बताकर लाभ कमाया.'
सुरजेवाला ने आगे कहा कि मोदी सरकार ने कंपनियों को बेलआउट पैकेज दिया.
रविशंकर बोले- होगी कार्रवाई
दूसरी ओर, बीजेपी की ओर से पलटवार करते हुए कैबिनेट मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा, 'ये यूपीए के कार्यकाल का घपला है. जिस घोटाले की बात हो रही है वह 2006-2009 के बीच का है. हम इसकी जांच करेंगे, किसी को बख्शा नहीं जाएगा. कार्रवाई होगी.'
Modi Govt is trying to hide a 45,000 crore Telecom scam. PM Modi is helping his businessmen friends: @rssurjewala
— INC India (@INCIndia) July 7, 2016
As per CAG report it was during UPA’s tenure from 2006-09, we won’t spare anyone: RS Prasad on Congress allegations pic.twitter.com/La9ywFEV0S
— ANI (@ANI_news) July 7, 2016
गौरतलब है कि इससे पहले सुरजेवाला ने ट्वीट कर जानकारी दी थी कि वह 4 बजे मोदी सरकार पर बड़ा हमला करने वाले हैं.
A staggering telecom scam of Rs 45000 crore plus being buried under the carpet by #ModiSarkar.Why?Full expose at AICC presser at 4 pm today.
— Randeep S Surjewala (@rssurjewala) July 7, 2016
हर मोर्चे पर सरकार नाकाम
इसके पहले सुरजेवाला मोदी सरकार के दो साल पूरे होने पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला था. उन्होंने कहा, 'केंद्र में 2 साल पहले बहुमत में आई मोदी के नेतृत्व में बीजेपी सरकार हर मोर्चे पर नाकारा साबित हुई है. 2 साल बाद भी सरकार के वास्तविक शासन का एजेंडा अभी शुरू नहीं हुआ है.'
PM के कार्यक्रम में बिग बी की मौजूदगी पर भी उठाए थे सवाल
सुरजेवाला ने पीएम मोदी के सरकारी कार्यक्रम में पनामा पेपर्स मामले में जांच का सामना कर रहे अमिताभ बच्चन के शामिल होने पर भी आपत्ति जताई थी. उन्होंने कहा था कि इससे जांच अधिकारियों और एजेंसियों को गलत संदेश जाएगा.