गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के बुर्का वाले बयान पर आक्रामक होने के बाद अब कांग्रेस ने आंकड़ों के मोर्चे पर भी मोदी को मात देने की ठान ली है. सोमवार को पार्टी महासचिव औरमीडिया सेल के अध्यक्ष अजय माकन ने पहले तो कहा कि 'सांप्रदायिकता के नंगेपन से बेहतर है, सेक्युलरिज्म का बुर्का जो देश को जोड़ता है.' फिर उन्होंने मोदी के पुणे भाषण में बताए गए एक एक आंकड़े पर सवालिया निशान उठाए. उन्होंने कहा कि मोदी कोई भी आंकड़ा देने से पहले एनडीए के वक्त के हाल और गुजरात की परफॉर्मेंस देख लें.
माकन ने कहा कि मोदी बताएंगे कि महिला शिक्षा के मामले में उनका प्रदेश 14वें नंबर पर क्यों है. 11 साल उन्होंने गुजरात में क्या किया है और वहां शिक्षकों के पद खाली क्यों हैं. देश की खेल नीति पर सवाल उठाने वाले मोदी पर माकन ने पलटवार करते हुए कहा कि ओलंपिक की बात करते हैं, मगर गुजरात तो देश के राष्ट्रीय खेलों में भी एक पदक नहीं जीत पाता. उन्होंने कहा कि झारखंड में हुए राष्ट्रीय खेलों में गुजरात की झोली खाली रही. माकन ने कहा कि इसके लिए मोदी ने कुछ क्यों नहीं किया.
माकन ने मोदी पर झूठे आंकड़े पेश करने का आरोप लगाया. कांग्रेस नेता शशि थरूर के ट्वीट का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि मोदी ने चीन में शिक्षा के मद में होने वाले खर्च का गलत आंकड़ा बताया था. उन्होंने कहा कि शिक्षा पर एनडीए सरकार के खर्च पर भी मोदी को ठीक से रिसर्च करनी चाहिए. उन्होंने दावा किया कि एनडीए सरकार ने शिक्षा पर जीडीपी का 1.67 फीसदी खर्च किया गया, जबकि यूपीए 4.02 फीसदी खर्च कर रही है.
माकन बेहद तल्ख अंदाज में बोले. उन्होंने कहा, 'अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन के मामले में गुजरात टॉप-10 राज्यों में भी नहीं है. हमको ज्ञान दे रहे हैं. पहले गुजरात को दुरुस्त कीजिए, फिर देश की बात करिए.' कांग्रेस नेता ने कहा कि मोदी के पास किसी की आलोचना करने का नैतिक अधिकार नहीं है.