कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने मोदी सरकार की 'आयुष्मान भारत' योजना को निजी बीमा कंपनियों की योजना बताया है. उन्होंने केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना को निजी बीमा कंपनियों और निजी अस्पतालों के लिए संजीवनी करार देते हुए शनिवार को आरोप लगाया कि इससे देश की जनता को कोई स्वास्थ्य सुरक्षा नहीं मिल रही है. उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस की सरकार बनने पर देश में जन स्वास्थ्य को मौलिक अधिकार बनाया जाएगा और स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र का निजीकरण रोका जाएगा.
रमेश ने आयुष्मान भारत में 1100 रुपये के प्रीमियम पर पांच लाख रुपये तक के इलाज की बात को बेबुनियाद और झूठा करार दिया है. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की सरकार ने पाया है कि 1100 रुपये पर सिर्फ 50 हजार रुपये तक का इलाज हो सकता है. उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री ने पांच लाख रुपये तक के इलाज का सपना दिखाया लेकिन सच्चाई यह है कि सरकार जो खर्च कर रही है उससे सिर्फ 50 हजार रुपये तक का इलाज हो पाएगा. उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत में सिर्फ अस्पताल के भीतर के खर्च शामिल हैं, लेकिन अधिकतर खर्च दवाई और अस्पताल से बाहर दूसरी चीजों पर होता है.
यह स्वास्थ्य सुरक्षा नहीं बीमा है
उन्होंने कहा, 'आज भारत दुनिया की मधुमेह की राजधानी हो गया है. उच्च रक्तचाप के सबसे ज्यादा मरीज भारत में हैं. लेकिन आयुष्मान भारत में इन दोनों बीमारियों के इलाज का प्रावधान बिल्कुल नहीं है.' रमेश ने आरोप लगाया, 'यह स्वास्थ्य बीमा है, स्वास्थ्य सुरक्षा नहीं है.'
कांग्रेस नेता ने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि यह पूरा खेल निजी अस्पतालों और निजी कंपनियों के लिए है. देश की जनता के स्वास्थ्य के लिए सबसे बड़ा खतरा आयुष्मान भारत है. उन्होंने आगे कहा, 'कुछ लोग इसे मोदी केयर कह रहे हैं, लेकिन यह तो निजी कंपनियों के केयर वाली व्यवस्था है.' रमेश ने कहा कि राहुल गांधी जी ने कहा है कांग्रेस की सरकार आने के बाद स्वास्थ्य सेवा के अधिकार को लेकर कानून बनाएंगे. जनादेश मिलने के बाद कांग्रेस जन स्वास्थ्य को मौलिक अधिकार का दर्जा देगी और स्वास्थ्य के निजीकरण को बंद करेगी'.
गौरतलब है कि इसी साल फरवरी में ही छत्तीसगढ़ के निजी अस्पतालों ने इस योजना का बहिष्कार कर रखा था क्योंकि किए गए इलाज के 60 करोड़ रुपये पुरानी बीमा कंपनी ने जारी ही नहीं किए थे.
क्या है आयुष्मान भारत योजना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मेगा प्रोजेक्ट आयुष्मान भारत योजना को पंडित दीन दयाल उपाध्याय की जयंती पर 25 सितंबर से देशभर में लागू किया गया था. आयुष्मान भारत योजना के जरिए से सरकार ने गरीब, उपेक्षित परिवार और शहरी गरीब लोगों के परिवारों को स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराने ला लक्ष्य रखा है. सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना के हिसाब से ग्रामीण इलाके के 8.03 करोड़ परिवार और शहरी इलाके के 2.33 करोड़ परिवार आयुष्मान भारत योजना के दायरे में आएंगे. इस योजना का लाभ 50 करोड़ लोगों को मिलने का दावा किया जा रहा है.