लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस में मंथन शुरू हो गया है. पार्टी हर बूथ पर वोटों की समीक्षा कर रही है ताकि मालूम चल सके कि लोकसभा चुनावों में ट्रेंड कहां पलट गए, जिससे कांग्रेस का सारा गणित गड़बड़ा गया. कांग्रेस ने अपने सभी लोकसभा उम्मीदवारों से तुरंत फॉर्म 20 पार्टी हेडक्वॉटर्स भेजने को कहा है, जो चुनाव आयोग जारी करता है. इस फॉर्म में क्षेत्र के भी उम्मीदवारों के बूथ वाइज वोटिंग स्कोर लिखे होते हैं.
इस फॉर्म को भेजने की डेडलाइन 7 जून है, जिसकी समीक्षा की जिम्मेदारी पार्टी हेडक्वॉटर्स की होगी. इसके साथ-साथ सभी बूथों पर पुराने वोटिंग ट्रेंड्स और अन्य पार्टियों की अपेक्षाओं की भी समीक्षा की जाएगी. टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक समीक्षा के जरिए जमीनी स्तर पर खामियों की पहचान कर उन्हें सुधारा जाएगा. लेकिन जानकार सूत्रों का कहना है कि बूथ-वाइज समीक्षा के आधार पर उन दावों की पड़ताल की जाएगी, जो पार्टी यूनिट्स और उम्मीदवारों ने किए थे.
लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद कांग्रेस खेमे में हलचल मची हुई है. पार्टी को इस बार 52 सीटें ही मिली हैं, जो 2014 के मुकाबले महज 8 ज्यादा हैं. कांग्रेस मुख्य विपक्षी दल को लेकर भी दावा नहीं कर सकती, क्योंकि उसके पास 3 सांसद कम हैं. बीजेपी पहली बार अपने दम पर 303 सीट जीतकर आई है. वहीं एनडीए 353 सीटों पर विजयी रहा.
रिजल्ट के बाद कांग्रेस वर्किंग कमिटी (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में कांग्रेस चीफ राहुल गांधी ने इस्तीफे की पेशकश की, जिसे सीडब्ल्यूसी ने ठुकरा दिया. बैठक में राहुल गांधी ने कहा था कि पार्टी का अध्यक्ष गांधी परिवार से नहीं होना चाहिए बल्कि किसी अन्य शख्स को यह जिम्मेदारी संभालनी चाहिए. जब मीटिंग में प्रियंका गांधी का नाम सामने आया तो राहुल ने इसके लिए भी इनकार कर दिया. राहुल अब तक इस्तीफे पर अड़े हुए हैं.
हाल ही में उन्होंने सोनिया गांधी के खास अहमद पटेल और केसी वेणुगोपाल से मुलाकात की थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि वह अपने इस्तीफे का फैसला नहीं बदलेंगे. पार्टी नया अध्यक्ष ढूंढना शुरू कर दे. रविवार को सोनिया गांधी को कांग्रेस संसदीय दल का नेता चुना गया, जिसके बाद यूपीए चेयरपर्सन ने कहा कि चुनाव में हार से कांग्रेस की विचारधारा पर कोई असर नहीं पड़ेगा. हम सरकार के सकारात्मक कामों का समर्थन करेंगे. लेकिन अगर वह हमारे खिलाफ काम करेंगे तो आखिरी सांस तक भी लड़ेंगे. इस दौरान राहुल ने कहा कि हमारे 52 सांसद हैं, लेकिन हम हर दिन बीजेपी से लड़ेंगे. कांग्रेस के हर कार्यकर्ता को याद रखना चाहिए कि वह संविधान और देश की जनता के लिए लड़ रहा है.