देश पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की 125वीं जयंती मना रहा है. इस खास मौके पर विरासत की सियासत भी तेज हो गई है. केंद्र की सत्ता पर काबिज बीजेपी और सत्ता गंवा चुकी कांग्रेस, दोनों अलग-अलग कार्यक्रम का आयोजन कर रहे हैं. नेहरू: जिसने आधी रात को कहा, अब हम आजाद हैं
जहां तक मोदी सरकार के समारोह की बात है, गृहमंत्री राजनाथ सिंह नेहरू के नाम का सिक्का जारी करने वाले हैं. सूचना व प्रसारण मंत्री अरुण जेटली दिल्ली के सिरीफोर्ट ऑडिटोरियम में बाल फिल्म फेस्टिवल का उद्घाटन करेंगे. मेनका गांधी दिल्ली से ही बाल स्वच्छता मिशन का उद्घाटन करेंगी.
नेहरू को श्रद्धांजलि देने वालों का लगा तांता
दिल्ली के शांति वन में जवाहलाल नेहरू को याद किया गया. नेहरू की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि देनेवालों का तांता लग गया. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, उपाध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह आदि ने नेहरू को श्रद्धांजलि दी.
विरासत को लेकर घमासान
सियासी हलकों में कहा जा रहा है कि कांग्रेस मोदी सरकार की 'रणनीति' से परेशान है, जिससे तहत वह कांग्रेस के बड़े नेताओं को 'अपना' बनाने में जुटी हुई है. कांग्रेस को ऐसा लगता है कि बीजेपी सरकार सोची-समझी चाल के तहत सरदार पटेल व जवाहरलाल नेहरू सरीखे महापुरुषों को उससे छीन रही है. कुल मिलाकार मामला सियासत का है.
गुरुवार को कांग्रेस ने नेहरू जयंती समारोह की शुरुआत करते हुए मोदी सरकार के खिलाफ जमकर बयानबाजी की थी. कार्यक्रम में नरेंद्र मोदी को न्योता भेजा जा रहा है. यह मामला भी तूल पकड़ता जा रहा है.