यूपी में दलित एजेंडे को लेकर कांग्रेस और बीएसपी के बीच जारी खींचतान तेज हो गई है. वजह है राहुल की रैली के पोस्टरों में पहली बार डॉ अंबेडकर और जगजीवन राम की तस्वीरों का होना.
माना जा रहा है कि अंबेडकर नगर की रैली के जरिए राहुल गांधी का इरादा बीएसपी के दलित वोट बैंक पर कब्जा करना है. कांग्रेस और बीएसपी में जंग छिड़ी है और ये जंग है दलित वोट बैंक की दलितों के घर खाना खाने के बाद अब राहुल गांधी की रैली में डॉ भीमराव अंबेडकर और बाबू जगजीवन राम के पोस्टर होने से बीएसपी और कांग्रेस फिर आमने-सामने हैं.
हालांकि कांग्रेस कह रही है कि वो भीमराव अंबेडकर को महात्मा गांधी के बराबर मानती है. ये पहली बार है जब कांग्रेस की किसी रैली में गांधी-नेहरू परिवार के अलावा डॉ भीमराव अंबेडकर और जगजीवन राम की तस्वीरें लगेंगी. राहुल की ये रैली 14 अप्रैल को अंबेडकर नगर में होगी.
इससे पहले तक बीएसपी ही डॉ भीमराव अंबेडकर को अपना नेता मानती रही है. लेकिन अब कांग्रेस ने बीएसपी पर ही बाबा साहब के अपमान का आरोप जड़ दिया है. जिस दिन राहुल गांधी की अंबेडकर नगर में रैली है, उसी दिन बीएसपी भी महिला बिल के विरोध में पूरे प्रदेश में जनसभाएं कर रही है. यानी 14 अप्रैल को दोनों सियासी दल एक-दूसरे को अपनी ताकत दिखाएंगे.